जातिगत आरक्षण का दाह संस्कार कर स्वर्ण आयोग की पदयात्रा पहुंची बद्दी

10 दिसंबर को धर्मशाला में होगा स्वर्ण समाज से जुड़े नेताओं का शुद्धीकरण

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

हिमाचल प्रदेश में स्वर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर स्वर्ण समाज के लोगों द्वारा शिमला से हरिद्वार तक आरक्षण की शव यात्रा निकाली गई है। इस यात्रा का समापन धर्मशाला में होना है। मंगलवार को यह यात्रा सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी पहुंची, जिसके बाद नगर परिषद बद्दी में देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष, देव भूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा प्रदर्शन किया गया व मीडिया से देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित ठाकुर ने बात करते हुए बताया कि आरक्षण की शव यात्रा 15 नवंबर को शिमला से शुरू की गई और हरिद्वार में शव यात्रा का हिंदू-रीति रिवाज के मुताबिक दाह संस्कार किया गया है।

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वहीं, हर की पौड़ी पर पिंडदान किया गया। उन्होंने बताया कि यह शव यात्रा उनके व उनके साथियों के लिए चैलेंजिंग यात्रा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी जाति विशेष का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके समाज का एक बड़ा हिस्सा इस देश में रहता है, जिन्हें समानता का अधिकार मिलना चाहिए। जिसके लिए वह स्वर्ण आयोग गठन की मांग कर रहे हैं। कुछ लोगों द्वारा एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिसका नुकसान स्वर्ण समाज के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

वहीं, उन्होंने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कहा कि उत्तराखंड प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का संयोग उन्हें नहीं मिला है। वहीं, कई प्रकार की धमकियां भी उन्हें मिली है। साथ ही उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार करने के पश्चात स्वर्ण समाज से जुड़े लाखों युवा 10 दिसंबर को धर्मशाला पहुंचेंगे। जहां स्वर्ण समाज से जुड़े नेताओं का शुद्धिकरण किया जाएगा।

देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के अध्यक्ष मदन ठाकुर का कहना है वह अपने 70 कार्यकर्ताओं के साथ हरिद्वार से सोमवार देर रात बद्दी पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के अलावा किसी ने भी उनका समर्थन नहीं किया।