सरकार ने मंदिरों के लिए बनाई एसओपी, मंदिर प्रशासन ने उड़ा रहे धज्जियां

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को श्रद्धालुओं का सैलाव उमड़ा। मंदिर में रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने बाबाजी की पवित्र गुफा के दर्शन किए व बाबाजी का आशिर्वाद लिया। मंदिर में सुबह पांच बजे से ही श्रद्धालु लाईनों में लग गए थे। बाबाजी की गुफा में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगया गया है। बाबा बालक नाथ मंदिर में जहां चबूतरे से महिलाएं बाबाजी की गुफा के दर्शन करती थीं। वहीं, से पुरूषों के द्वारा भी दर्शन किए जा रहे हैं। पहली जुलाई से बेशक हिमाचल के सभी बड़े मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं, लेकिन हमीरपुर जिला के दियोटसिद्ध में रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे सारे प्रबंध औंधे मुंह पड़ते नजर आए।

यहां सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों, नियमों व एसओपी की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आईं। मंदिर प्रशासन रविवार को व्यवस्था बनाने में पूरी तरह से नाकाम नजर आया। रविवार का दिन होने के कारण बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में हिमाचल के अलावा पंजाब, दिल्ली व अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बाबाजी की पवित्र गुफा के दर्शन किए व सुख समृद्धि की कामना की। श्रद्धालु पांच-पांच घंटे दर्शनों के लिए लाईन में खड़े रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं को भीषण गर्मी में पानी तक नहीं मिला। एसओपी के तहत मंदिर में एग्जिट व एंट्री स्थान अलग अलग होने चाहिए, लेकिन रविवार को अव्यवस्था का आलम यह था कि कुछ लोग रेलिंग फांद कर इधर से उधर जाते देखे गए।

वहीं, दियोटसिद्ध मंदिर में माथा टेकने के लिए आए कई श्रद्धालुओं न तो मास्क लगाया हुआ था और न ही समाजिक दूरी का पालन कर रहे थे। दियोटसिद्ध मंदिर में एक ही लाईन में महिलाओं व पुरूषों को दर्शन करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा मंदिर न्यास के कार्यालय से होकर भी दर्शनों के लिए लोगों का आना जाना एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। श्रद्धालुओंं को जहां से भी जगह मिली, एंट्री कर दर्शन कर गए। लेकिन करीब एक किलोमीटर लंबी लाइन में श्रद्धालु पांच पांच घंटे खड़े रहे।

दियोटसिद्ध मंदिर में रविवार को बाबा जी का दिवस होता है। इस दिन अपेक्षा से अधिक भीड़ मंदिर में पहुंचती है। ऐसे में व्यवस्था सुधारने कि गुंजाइश दिखती है। महिला व पुरुष श्रद्धालुओं को पहले की तरह अलग अलग द्वारों से एंट्री देकर अलग द्वारों से बाहर जाने की व्यवस्था जरूरी है। रविवार को एग्जिट व एंट्री को लेकर अव्यवस्था सरेआम दिखी।

कुछ पुलिस वालों के हवाले हजारों की भीड़
बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को मंदिर प्रशासन लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के साथ भी उचित तालमेल न बैठा पाया। कुछ पुलिस कर्मचारियों के हवाले हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मदारियां सौंपी गई। ऐसे में कोविड नियमों की धज्जियां उड़ती दिखी।
उधर, मंदिर न्यास अध्यक्ष एंव एसडीएम बड़सर शशीपाल शर्मा ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने मंदिर में भीड़ को नियत्रंण करने के लिए पुलिस व होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं।