उज्जवल हिमाचल। फतेहपुर
जिला कांगड़ा के उपमंडल फतेहपुर में रह रहे प्रबासी घर जाने की अनुमति मिले इसके लिए दर्जनों किलोमीटर पैदल सफर कर प्रशासन के द्बार पहुंच रहे हैं लेकिन वहां से उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। उपमंडल की पंचायत जगनोली के चाटटा क्षेत्र में रह रहे प्रवासियां में अमित, राजू, धर्मेंद्र, सुरेन्द्र, चन्द्र ,अडवाणी, विकास, तेजू, राहुल सहित अन्य ने बताया वो सब उतर प्रदेश के जिला गाजीपुर के रहने बाले हैं। बताया वो फतेहपुर के चाटटा क्षेत्र में पिछले करीब दस बर्षों से रह रहे हैं। बताया वो मजदूरी कर अपनी आजीविका कमा रहे थे। बताया लॉकडाऊन कारण उनको मजदूरी नही मिल पा रही है। वहीं उनके अपने गांव में भी बहुत सारी परेशानियां उनके परिवार वालों को घेरे खड़ी हैं जिस कारण वो अपने गांव जाना चाहते हैं लेकिन फतेहपुर प्रशासन की तरफ से उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिल पा रही है। बताया वो घर जाने की अनुमति लेने के लिये हर तीसरे व चौथे दिन प्रशासन का दरबाजा खटखटाते हैं लेकिन उन्हें मात्र निराशा ही हाथ लग रही है।
एमसीएम डीएवी कॉलेज कागड़ा में ऑनलाइन एडमिशन फॉर्म भरने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
बताया उनके नामो की लिस्ट पटवारीव पंचायत दबारा लॉकडाऊन के शुरू में ही ले ली थी। लेकिन अभी तक उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिल पाई है। उन्होंने हिमाचल सरकार के साथ-साथ प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें अपने घर जाने की अनुमति दी जाए ताकि वो अपने परिवार की परेशानी को बांट सकें। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलबान चंद मंडोत्रा ने बताया अगर प्रवासी खुद के वाहन दबारा जाना चाहते हैं तो वो अपनी लिस्ट दे सकते हैं जिसको अप्रूवल के लिए जिलाधीश महोदय को भेजा जाएगा जैसे ही उस पर अप्रूवल मिलती है तो उन्हें तुरंत जाने की अनुमति दे दी जाएगी। वहीं अगर सरकारी सुविधा अनुसार घर जाना चाहते हैं तो जिस राज्य के प्रबासी है उस राज्य सरकार के निवेदन पर प्रदेश सरकार ही निर्णय ले सकती है। वहीं उक्त प्रवासियों का कहना है बो खुद के खर्च पर घर जाने को तैयार हैं लेकिन किराया भारी भरकम मांगे जाने कारण उसे भरने में वो असमर्थ रह रहे हैं।