शिक्षा नीति में बदलाव करे सरकार : सुदर्शन शर्मा

महंगी शिक्षा के कारण अविभावक बच्चों को विदेश भेजने पर हो रहे मजबूर

विनय महाजन। नुरपुर

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुदर्शन शर्मा ने एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से आज बताया कि भारत सरकार को अति शीघ्र शिक्षा नीति में बदलाब लाकर भारत का बच्चा भारत में ही शिक्षा ग्रहण कर सके ताकि भारत में महंगी शिक्षा के चक्कर में अविभावक अपने बच्चो को विदेशों में भेजने को मजबूर न होना पड़े। भारत में उच्च शिक्षा महंगी होने के कारण बच्चों को विदेशों में शिक्षा ग्रहण करने जाना पड़ता है। विद्यार्थियों को यूक्रेन में फंसे हजारों की तादाद में भारतीय विद्यार्थी अपनी जान बचाने के लिएएए बंकरएए में भूखे प्यासे दिन रात सहमे हुए जिंदगी गुजर बसर करना पड रहा है।

इसके लिए मुख्यता भारत सरकार की शिक्षा नीति भी कुछ हद तक जिम्मेदार है उल्लेखनीय है कि भारत में एक डॉक्टर को अपनी डिग्री मुकमल करने तक एक करोड़ से सबा करोड़ तक का खर्चा करना पड़ता है जबकि यूक्रेन में या अन्य देशों में डॉक्टर की डिग्री लेने तक मात्र 25 लाख तक का खर्चा करना पड़ता है। भारतीय अविभावक भारत में शिक्षा महंगी होने के कारण अक्सर बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, एमबीए, बकालत इत्यादि की डिग्री हासिल करने हेतु विदेशों में जाने को मजबूर हो जाते है जिसमे भारत सरकार की शिक्षा नीति पर भी उंगली उठाना जरूरी है क्योंकि आज मौजूदा स्थिति में यूक्रेन देश में युद्ध की स्थिति में भारतीय बच्चो को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उसको देखते हुए अविभावक अपने बच्चो के भविष्य के प्रति चिंतित है। हिमाचल जैसे राज्य से काफी तादाद में बच्चे शिक्षा ग्रहण करने यूक्रेन में फंसे हुए है जो कि चिंता का विषय है।