एलपीजी सिलेंडर के दाम भी कम कर, जनता को राहत दें सरकार : रोहित ठाकुर

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक रोहित ठाकुर ने केंद्र सरकार से घरेलू एलपीजी सिलेंडर को जीएसटी से मुक्त करने की मांग की है। रोहित ठाकुर ने प्रेस में जारी बयान में कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल 2014 में घरेलू गैस की कीमत 410 रुपए प्रति सिलेंडर हुआ करती थी, लेकिन अब केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा जीएसटी वसूल करने से 2014 के मुकाबले घरेलू गैस की क़ीमत में 144 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है, जिससे आज सिलेंडर के दाम 1000 रुपए का आंकड़ा पार कर चुके हैं। एक ओर जहां घरेलू सिलेंडर पर अतिरिक्त कर का बोझ बढ़ा है। वहीं, ग्राहकों को मिलने वाली सबसिडी में भी हेर-फेर हो रहा है।

रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अधिकतर ग्राहकों की घरेलू गैस पर मिलने वाली सबसिडी पिछले डेढ़ वर्ष से बंद पड़ी है और कुछ ग्राहकों को नाममात्र 28 से 32 रुपए सबसिडी दी जा रही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से Price Index के अनुसार एलपीजी गैस पर DBT के माध्यम से अनुदान दिए जाने की मांग की हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने नोटबंदी, गलत जीएसटी क्रियान्वयन जैसी गलत आर्थिक नीतियों के बाद आम आदमी की मूलभूत सुविधाओं, दैनिक उपभोग की वस्तुओं को राजस्व अर्जित करने का मुख्य साधन बना दिया है। केंद्र की भाजपा सरकार ने पिछले सात वर्षों के कार्यकाल में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में 459 प्रतिशत वृद्वि की हैं।

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रोहित ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल 2013-14 में पैट्रोलियम पदार्थों पर उत्पाद शुल्क से 52,537 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था, जो अब वितीय वर्ष 2020-21 में एनडीए सरकार ने अत्याधिक वृद्वि कर 3.01 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया हैं। एक ओर जहां विश्व के अन्य देशों ने कोरोना काल में अपनी जनता को राहत देने के लिए आर्थिक नीतियों में ढील दी। वहीं, केंद्र की भाजपा सरकार ने अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट होने के बावजूद भी जनता से पैट्रोल-डीजल पर 32-33 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क वसूला, जिससे भारत उस समय पूरे विश्व के मुकाबले अपने देश की जनता को सबसे महंगा पैट्रोल-डीजल उपलब्ध करवाने वाला देश बना और महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंची।

रोहित ठाकुर ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों के उप-चुनावों में भाजपा को मिली करारी हार और जनता के आक्रोश को देख केंद्र सरकार को पेट्रोल और डीजल के दाम घटाने पड़े हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से जीडीपी आज तक के सबसे निचले स्तर -7.3 प्रतिशी पर पहुंच गई हैं। डबल इंजन सरकार की जनविरोधी नीतियों से प्रदेश में बागवान, व्यापारी, मजदूर, पर्यटन उद्योग से जुड़े उद्यमी और पढ़े-लिखे युवा कठिन दौर से गुज़र रहे हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि डबल इंजन सरकार की गलत आर्थिक नीतियों और जनविरोधी निर्णयों के खिलाफ़ उप-चुनाव में प्रदेश की एक तिहाई जनता के जनादेश से भाजपा को 4-0 से मिली करारी हार से स्पष्ट हैं कि प्रदेश की जनता 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार की सत्ता से विदाई करेगी।