सरकार ने कौड़ियों के दाम खरीदी किसानों की जमीन, 4 गुणा मुआवजा देने पर पीछे खींचे हाथ: अजय महाजन

विनय महाजन। नूरपुर

नुरपुर फोरलेन प्रभावितों के साथ सरकार का रवैया अत्यंत पक्षपातपूर्ण व असंवेदनशील रहा है । सरकार द्वारा गठित की गई कमेटी का भी अभी तक कोई अता पता नही है कि उसकी क्या रिपोर्ट बनी है जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कहा कि प्रभावितों को अपना बजूद बचाना कठिन हो चुका है उनकी बहुमूल्य जमीन को कौड़ियों के भाव मोल देकर छला गया है और अब उसी तर्ज पर भवनों का मुआवजा देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है ।

महाजन ने आरोप लगाया कि भाजपा की करनी और कथनी में अंतर इसी बात से साफ होता है कि चुनावों के दौरान तो फैक्टर दो के हिसाब से चार गुणा मुआवजा देने का वायदा किया गया था लेकिन जब उस वायदे को धरातल पर उतारने की बात आई तो लोगों से सरेआम धोखा कर फैक्टर एक के हिसाब से मामूली मुआवजा थमा दिया गया । महाजन ने आरोप लगाया कि सरकार नौकरशाही की कठपुतली बनकर भोली भाली जनता को कुचल रही है जबकि सरकार के जनता के प्रति कोई विवेक दिखाई नहीं दिया।

महाजन ने कहा कि पठानकोट मंडी प्रस्तावित फोरलेन योजना के प्रथम चरण नूरपूर क्षेत्र के कंडवाल से भेड़खड्ड तक के हजारों प्रभावितों को भूमि का नाममात्र मुआवजा थमा दिया गया जबकि उस मूल्य में प्रभावित लोग दूसरी जगह भी स्थापित नही हो पाएंगे । महाजन ने कहा कि सरकार ने तीन साल पहले केबिनेट मंत्री गोविंद ठाकुर की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी और करीब तीन महीने पहले एक और कमेटी का गठन किया था लेकिन दोनों ही कमेटियों ने प्रभावितों के जख्मों पर नमक छिड़कते हुए सिर्फ झूठे आश्वासन ही हाथ लगे।

उन्होंने वन मंत्री राकेश पठानियां पर आरोप लगाया कि पठानियां न केवल प्रभावितों को कभी सड़क की चौड़ाई कम करने, कभी वन विभाग की क्लीयररेन्स न देने और कभी उचित मुआवजा न दिलवा पाने की एवज में मंत्री पद से इस्तीफा देने के आश्वासन देकर न केवल मूर्ख बनाया बल्कि भू अधिग्रहण एक्ट 1956 के बजाय 2013 एक्ट को लागू करवाने में एक बार भी मुंह नहीं खोला । यहीं नहीं एक ही जमीन के एक ही मालिकों को अलग अलग अवार्डों के तहत नाममात्र मुआवजा दिया गया उसके खिलाफ भी एक शब्द तक नही बोला बल्कि झूठे हवाई फायर ही करते रहे । इसके लिए उन्हें प्रभावित लोग कभी माफ नहीं करेंगे ।