चुनाव की सियासत छोड़ महंगाई कम करे सरकार : बाली

बोले, मिडल क्लास का एक तिहाई हिस्सा गरीबी के दलदल में धंस गया

उज्जवल हिमाचल/ धर्मशाला

कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीएस बाली ने देश में महंगाई की आग लगने पर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों पर निशाना साधा है। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बाली ने कहा कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की राजनीति में व्यस्त है और जनता महंगाई की चक्की में पिस रही है।
महंगाई और सरकार के गलत फैसलों के कारण हिमाचल में रोजाना आत्महत्याओं के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले एक महीने में 17वीं बार कीमत बढ़ाए जाने के कारण पेट्रोल और डीज़ल का मूल्य भारत में अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर जा चुकी हैं। सरसों का तेल 200 रुपये से ज्यादा रेट पर बिक रहा है। घर निर्माण सामग्री और अनाज के दाम 20 से 40 फीसदी तक बढ़ गए हैं।

देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था की सेहत वेंटिलेटर पर

सेब 250 से 300 रुपये किलोग्राम बिक रहा है। सरकार के गलत फैसलों के कारण देश के करोड़ों युुवा बेरोजगार हो गए हैं जो तंग आकर आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे। वित्तीय वर्ष 2020-21 में देेश की जीडीपी में 7.3 फीसदी की गिरावट हुई है। देश की अर्थव्यवस्था की सेहत वेंटिलेटर पर है। हिमाचल सरकार की वित्तीय हालत नाजुक स्थिति में है। हिमाचल में कर्मचारियों को दो साल से महंगाई भत्ता नहीं मिला है। कोरोना महामारी के दौर में उद्योगों के दान के पैसे से जयराम सरकार ने काम चलाने की कोशिश की। मिडल क्लास का एक तिहाई तबका गरीबी के दलदल में धंस गया। मोदी और जयराम सरकार गरीबी और महंगाई से निपटने के बजाय चुनाव की सियासत में व्यस्त है। भाजपा सरकार को इस वक्त चुनावी राजनीति के बजाय बेरोजगार युवाओं और महंगाई से त्रस्त जनता के बारे में सोचना चाहिए।