पुरानी पेंशन बहाली काे लेकर कर्मियाें ने किया सामूहिक उपवास

एमसी शर्मा । नादौन

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने कर्मचारियों की जायज़ संवैधानिक मांग को लेकर एक दिन का सामूहिक उपवास रखा। ये मुहिम सुबह से देर रात तक चलाई गई देश सहित हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में यह आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रभारी राजिंदर स्वदेशी ने कहा कि भारत के 70 लाख कर्मचारियों ने एक दिन का समूहिक उपवास अपनी जायज मांग पुरानी पेंशन की बहाली के रखा। क्योंकि केंद्र सरकार ने पुरानी पेंशन के स्थान पर पहली जनवरी, 2004 को न्यू पेंशन स्कीम को कर्मचारियों के ऊपर लागू कर दिया था एवं हिमाचल प्रदेश सरकार ने 15 मई, 2003 से ही न्यू पेंशन स्कीम को अपने कर्मचारियों के ऊपर लागू कर रखा है।

उन्होंने बताया कि भारत के 70 लाख कर्मचारी कई वर्षों से अपनी संवैधानिक मांग को लेकर लगातार मांग करते आ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकारें और केंद्र सरकारें इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। सरकारों की चुप्पी को देखकर कर्मचारियों के संगठनों ने अलग-अलग तरह की मुहिमें चला कर अपने संवैधानिक हक की मांग को सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। इस सामूहिक उपवास में देश के। अन्य संगठनों ने अपनी सहभागिता निभाई। क्योंकि न्यू पेंशन स्कीम की हानियों के बारे में सभी कर्मचारी वर्ग जागरुक हो चुका है। हर हफ्ते ट्यूटर के ऊपर ये मुद्दा चलाया जा रहा है कि सरकार तक हमारी मांग पहुंच सके।

उन्होंने बताया कि इस उपवास के रखने का मुख्य उद्देश्य यह था कि कर्मचारियों की जायज मांग पुरानी पेंशन नियमावली 1972 की महत्वता का सरकार को मालूम हो और कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल की जाए। इस समूहिक उपवास का नेतृत्व करने वाले पदाधिकारियों में राज्य उपाध्यक्ष कुलदीप चंद, राज्य सह-सचिव सुरेंदर पटियाल, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, प्रधान राजीव कुमार, सुरेंदर कौशिक, अश्विनी कुमार, राजेश कुमार बहादुर सिंह, उपाध्यक्ष विनोद जसवाल, राजू राम शर्मा, वीरेंद्र स्वदेशी, मोहिंदर सिंह, निश्चल, मदन लाल, किशोर कुमार, संजीव कुमार, सोनी कुमार, हरबंस लाल, रविन्द्र सकलानीया व संजीव कुमार इत्यादि।