परोर का हर्षुल राणा बने सैन्य अधिकारी

इंदु सूद। धीरा

शनिवार को मिल्ट्री अकादमी देहरादून में हुए पासिंग आउट परेड में, देश को मिले 333 सैन्य अधिकारियों में, जिला कांगड़ा के परोर गांव के हर्षुल राणा ने भी अपना नाम लिखबा कर माता-पिता के साथ-साथ क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। ज्ञात रहे हर वर्ष में दो बार होने वाली इस परेड से देश ही नहीं, बल्कि विदेशी सेना को भी बेहतरीन अफसर मिलते है।

इस वर्ष की प्रथम पासिंग आउट परेड पर भी कोरोना का साया मंडरा गया और सोशल डिस्टेंसिंग नियम के चलते अकादमी के इतिहास में प्रथम वार बिना माता-पिता की मौजूदगी के यह परेड हुई। इसमें 333 भारतीय अधिकारीयों व 90 मित्र देशों के सेनाधिकारियों ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समाप्त कर थल सेनाअध्यक्ष General Manoj Mukund Naravane, PVSM, AVSM, SM, VSM, ADC को सलामी देकर, इन जाबांज सैन्य अफसरों ने संविधान को साक्षी मान कर देश सेबा की शपथ ली।

इन्ही 333 अधिकारियों में परोर गांब के हर्षुल राणा ने भी अपनी उपस्तिथि दर्शा करवाकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।माउंट कार्मल से प्ररांभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद हर्षुल का चयन सैनिक स्कूल टिहरा सुजानपुर के लिए हुआ और वहीं पर शिक्षा ग्रहण करने के बाद सेना में कमीशन प्राप्त किया।

हर्षुल की माता सरिता व पिता डिंपल राणा शिक्षक हैं व दादा जनमसिंह व दादी भी अध्यापन से जुड़े हुए थे, जबकि हर्षुल के नाना वायुसेना से अधिकारी के रूप में सेवानिवृत हैं। हर्षुल के पिता को हालांकि रंज है की बेटे की इस उपलब्धि को कोरोना के चलते जश्न में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन उन्हें यह भी भरोसा है की बह दिन भी दूर नहीं जब उनका आँगन जश्नोगुलजार होगा।