नरेश धीमान। योल
प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री चामुंडा मंदिर के शॉपिंग मॉल में 15-20 वर्षों से नेपाली मूल निवासी नौरचू लामा कबाड़ इकट्ठा कर व रात को शॉपिंग मॉल में चौकीदारी कर अपना जीवन यापन कर रहा था उक्त जानकारी देते हुए व्यापार मंडल के प्रधान अमित मेहता ने बताया कि नौरचू लामा पिछले दिनों वह कोरोना से पीड़ित हो गया और कुछ दिन टांडा में रहने के वाद ठीक गया । परन्तु पिछले एक महीने से दोबारा वीमार होने के कारण दिन प्रतिदिन कमज़ोर होता जा रहा है और उसको चलने -फिरने व सांस लेने में भी दिक्कत आ रही थी जिसके लिए व्यापार मंडल ने अपने तौर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था तो कर दी परन्तु हमको यह मालूम नहीं है कि कितनी ऑक्सीजन इसको देनी है।
- शॉपिंग मॉल में चौकीदारी कर अपनी रोज़ी-रोटी कमा रहा था नेपाली मूल का निवासी
इस कोरोना काल में जहां अपने भी साथ छौड़ जाते हैं वहीं हमारा व्यापार मंडल हर तरह से सहायता करना चाहता है परन्तु स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन कोई सहायता नहीं कर रहा है। चामुंडा व्यापार मंडल के सदस्य नवांग ने उसकी खाने पीने की व्यवस्था की। वहीं अमित ने अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उसको दाखिल करवाने के लिए टाण्डा ले जाया गया परन्तु उन्होंने इसलिए दाखिल करने से मना कर दिया कि इसकी देखभाल करने के लिए इसके साथ कोई नहीं था।व्यापार मंडल सदस्यों का कहना है कि एक नर्स ने दाखिल करने की हामी भरी थी परन्तु डयूटी चेंज हो जाने के कारण डॉ ने मना कर दिया और वापिस भेज दिया।
वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नौरचू लामा का पांच बार कोरोना टेस्ट कर चुके हैं रिपोर्ट नेगटिव आने पर भी दाखिल नहीं किया जा रहा है।सोमवार को लामा की ज्यादा विगड़ने के कारण धर्मशाला जोनल अस्पताल में ले जाया गया बारिश अधिक होने के कारण भी सबसे पहले कोरोना जांच करवाई गई रिपोर्ट नेगेटिव आने के उपरांत भी यह कहकर दाखिल नहीं किया गया मरीज कोरोना पोजटिव है और धक्के मारकर वहां से भगा दिया गया। वहीं व्यापार मंडल के प्रधान अमित मेहता व समस्त सदस्यों ने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से पूछा है कि जिस घर में कोई अकेला ही सदस्य ही होता है तो वीमार होने पर उसको दाखिल नहीं किया जाता है। अगर कल को नौरचू लामा के साथ कोई अनहोनी घटना घटती है इसका जिम्मेदार कौन होगा प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग।