शिक्षकों के प्रमोशन के आदेश जल्द जारी करे सरकार: एचजीटीयू

अरुण पठानिया। रैहन

हिमाचल राजकीय अध्यापक संगठन (एचजीटीयू) की कांगड़ा जिला इकाई ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि शिक्षकों के विभिन्न वर्गों की लंबित पदोन्नतियों पर तुरंत संज्ञान लिया जाए। उन्होंने कहा कि इन्हें जल्द अमलीजामा पहनाए जाने के लिए शिक्षा विभाग को आदेश जारी करें। जिला इकाई के प्रधान नरेश कुमार , जिला महासचिव संतोष पराशर , वित्त सचिव राम सरूप मुख्य प्रेस सचिव देव राज डढवाल, वरिष्ठ उप प्रधान निर्मल सिंह, राज्य वरिष्ठ उप प्रधान अरुण पठानिया, सुरेश नरयाल महिला विंग प्रधान रश्मि ठाकुर, खंड प्रधान बलवान डढवाल, राज कुमार, सवरूप चिब, राकेश कुमार, विजय राणा, पंकज पूरी, भारत भूषण,विजय शमशेर भंडारी, अश्वनी सिपहिया, अनिल सुगा, कुलदीप राणा, हंस राज राणा आदि ने कहा कि जेबीटी से टीजीटी और टीजीटी से लेक्चरर्स पदों पर प्रमोशन लंबे समय से लटकी हुई है।

  • हिमाचल राजकीय अध्यापक संगठन ने पदोन्नतियां लटकाने के लगाए आरोप

यही हाल टीजीटी और लेक्चरर्स से हेडमास्टर पदों पर प्रमोशन का है। विभाग में कार्यरत पीईटी भी डीपीएड पदों पर प्रमोशन के लिए लंबे समय से राह ताक रहे हैं। उन्होंने विभाग की लेटलतीफी पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों के जायज हकों को लटकाया जाना शिक्षा और शिक्षक हितों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का शोषण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

शिक्षक संगठन नेता नरेश कुमार ने कहा कि टीजीटी से लेक्चरर (स्कूल न्यू) में प्रमोशन कोटे का भारी बैकलॉग बन चुका है। उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में पीटीए द्वारा नियुक्त (डायरेक्ट कोटे के) करीब दो हज़ार शिक्षकों को रेगुलर किया गया है । जिस के बाद प्रमोशन कोटे का बैकलॉग बहुत भारी संख्या में बढ़ गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर से कहा कि शिक्षा विभाग को सब्जेक्ट वाइज प्रमोटी लेक्चरर की सूची को तत्काल अपडेट करने के लिये कहा जाए, ताकि स्कूलों में कार्य कर रहे प्रमोटी लेक्चरर की सही संख्या का पता लगाकर बैकलॉग की वस्तु-स्थिति सबके सामने आ सके।

शिक्षक संगठन के नेताओं ने कहा कि सरकार को विभिन्न वर्गों के शिक्षकों की लंबित प्रमोशन को सही बैकलॉग के हिसाब से ही प्रमोशन करना चाहिए ताकि शिक्षकों के हितों पर कोई भी आंच न आने पाए। उन्होंने सरकार से इस विषय पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा है ताकि शिक्षकों में पनप रहा रोष जल्द शांत हो सके।