हाई-प्रोफाइल हुई विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट

उज्जवल हिमाचल। कोलकाता

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट हाई-प्रोफाइल हो चुकी है। बंगाल के चुनावी अखाड़े में सबसे हाई वोल्टेज सीट बन चुकी नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब कद्दावर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। भाजपा प्रत्याशी शुवेंदु अधिकारी ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले नंदीग्राम के जानकीनाथ मंदिर में पूजा की और हवन किया। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पारंपरिक सीट भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी छोड़कर आए शुवेंदु अधिकारी को नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतारा है।

बंगाल में चुनाव के मद्देनजर राज्य में बड़ी सियासी उथल-पुथल चल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम सीट से नामांकन के बाद उन पर हुए कथित हमले ने राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है। वहीं, नंदीग्राम में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे कद्दावर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी आज यहां से अपना नामांकन भरेंगे। नामांकन से पहले सुवेंदु ने नंदीग्राम में दो मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की। सुवेंदु थोड़ी देर में हल्दिया में नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इस दौरान तीन-तीन केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और बाबुल सुप्रियो मौजूद रहेंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सुवेंदु नंदीग्राम में रोड शो भी करेंगे। तीनों केंद्रीय मंत्री इस दौरान मौजूद रहेंगे।

वहीं, मंदिर में पूजा करने के बाद नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी ने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मेरा इन लोगों के साथ रिश्ता बहुत पुराना है। उन्होंने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें इन लोगों की याद तभी आती है, जब चुनाव आते हैं। ये लोग ममता को हरा देंगे। मैं भी आज नामांकन दाखिल कर रहा हूं, मैं नंदीग्राम का मतदाता हूं। बता दें कि आज ही सुवेंदु को नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से मतदाता होने का वोटर पहचान पत्र भी मिल गया है। 2016 के विधानसभा चुनाव में सुवेंदु ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर नंदीग्राम सीट से जीत दर्ज की थी।

वहीं, पिछले साल दिसंबर में भाजपा में शामिल होने से ठीक पहले उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। नंदीग्राम सीट को शुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है और साल 2016 में इस सीट से चुनाव जीतकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले सरकार में मंत्री बने थे। इस सीट पर इस बार बेहद रोमांचक जंग देखने को मिल रही है, हालांकि पिछले साल उन्होंने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। उन्होंने हाल ही में दावा किया था कि वह ममता बनर्जी को 50 हजार से अधिक वोटों से हराएंगे।