उज्जवल हिमाचल। शिमला
केंद्र सरकार (Center Government) की ओर से विदेशी सेब पर आयात शुल्क कम करने पर कांग्रेस बिफर गई है। कांग्रेस ने इस फैसले को पूरी तरह किसान और बागवान विरोधी बताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने विदेशी सेब का आयात शुल्क का झूठा वायदा बागवानों से किया लेकिन मोदी सरकार ने शुल्क बढ़ाने के बजाय 20 फ़ीसदी कम करने से बागवानी से जुड़े लाखों लोगों के साथ अन्याय किया है।
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश के लाखों परिवार सेब की अर्थव्यवस्था से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 7 लाख लोग प्रदेश के अंदर सेब की अर्थव्यवस्था से सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। बागवान से लेकर रेडी चलाने वाले तक हर कोई इसका हिस्सा है।
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नरेश चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि पीएम मोदी ने सेब बागवानों से चुनावी वादे किए लेकिन अमेरिका दौरे पर जाकर सेब पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 20 फ़ीसदी कम कर दिया। बागवानों की ओर से 100 फ़ीसदी इंपोर्ट ड्यूटी की मांग की जाती रही है लेकिन केंद्र सरकार ने 70 फ़ीसदी ड्यूटी को घटाकर 50 फ़ीसदी कर दिया।
उन्होंने इस फैसले को प्रदेश के सेब बागवानों के विरुद्ध बताया प्रदेश की कांग्रेस सरकार बागवानों के साथ है। वहीं उन्होंने प्रदेश भाजपा नेताओं से भी इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की बात कही है।
प्रदेश के भाजपा नेता बताएं कि क्या वे प्रदेश के सेब बागवानों के साथ हैं या केंद्र सरकार के फैसले के साथ है। उन्होंने मांग की है कि सरकार को सेब के आयात शुल्क को बढ़ाकर 100 फ़ीसदी करना चाहिए।