हिमाचल की हवा हुई शुद्ध, रोहतांग में सबसे कम प्रदूषण

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

हिमाचल प्रदेश की आबोहवा और शुद्ध हुई है। रोहतांग सबसे कम प्रदूषित आंका गया है। परवाणू, बद्दी, नालागढ़, ऊना, काला अम्ब व सुंदरनगर के प्रदूषण में गिरावट आई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एपीआइ) रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के शहरों, औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण में लगातार सुधार हो रहा है। गंदे इंधन के नाम से चर्चित पेट्रोलियम कोक का इस्तेमाल हिमाचल के उद्योगों में भी हो रहा है। लेकिन यहां परमिसेबल लिमिट में ही इनकी अनुमति दी गई है। इन उद्योगों से किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैला है। हालांकि सुप्रीमकोर्ट ने दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों में 2017 में इसके इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। सुकून वाली बात यह कि प्रदेश में 40 उद्योगों में प्रदूषण रोकथाम से जुड़े कायदे- नियमों की पालना हो रही है।

पर्यावरण से जुड़े इस मसले पर देहरा के विधायक होशियार सिंह ने विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछे थे। प्रश्नकाल पर चर्चा की बारी नहीं आई, लेकिन इसके लिखित जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विस्तृत जानकारी दी। इनमें कहा गया कि प्रदूषण जांचने से संबंधित ताजा सैंपलिंग में पता चला है कि पेट्रोलियम कोक का उपयोग करने वाले उद्योग पर्यावरण सुरक्षा नियमों की पालना कर रहे हैं। ये शून्य से 02 किलोमीटर के रेडियस में परमिसेबज लिमिट में इस कोक का इस्तेमाल कर रहे हैं।