ब्यास से बुझेगी बड़सर की ‘प्यास’, IPH विभाग ने किया खाका तैयार

रवि ठाकुर। बड़सर

उपमंडल बड़सर के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार आ रही पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग एक नई योजना का खाका तैयार कर चुका है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व्यास नदी से बड़सर क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं के स्रोतों का संवर्धन किया जाएगा। इस योजना की कुल अनुमानित लागत 137 करोड 57 लाख रुपये बताई जा रही है।

करोड़ों रुपए की इस योजना के पूरे होते हुए ही बड़सर के पेयजल स्त्रोत में पानी की किसी तरह की कमी नहीं होगी। इस योजना से बड़सर की ज्यादातर पंचायतों को लाभ मिलने वाला है।

जानकारी के अनुसार योजना का रूट व्यास नदी से शुरू होता हुआ बसातर, पीपलू, पथल्यार, सिंघवीं से होता हुआ दियोटसिद्ध तक बताया जा रहा है l योजना के पूरा होने से क्षेत्र में चल रही पुरानी पेयजल योजनाओं को संजीवनी मिलने वाली है ।

,अगर वर्तमान में हालातों की बात की जाए तो क्षेत्र में पेयजल की किल्लत बार-बार सिर उठाती रहती है। गर्मियों के मौसम में यह किल्लत विकराल रूप धारण कर लेती है तथा कई स्थानों पर पानी तीन से चार दिन बाद पहुंचता है । जिससे लोगों में काफी आक्रोश पाया जाता है अगर विभाग इस योजना को चरणबद्ध तरीके को सुचारू रूप से कम समय अवधि में पूरा करता है तो निश्चित ही क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।
अधिशासी अभियंता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग राजीव सहगल का कहना है कि पेयजल स्त्रोतों का संबोधन करने के लिए 137 करोड की नई योजना का प्रारूप तैयार किया गया है । जिस पर सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।