कांग्रेस का आरोप, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र ने खड़े किए हाथ

कुलदीप सिंह राठौर बोले, सरकार देश के नागरिकों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं देने में पूरी तरह विफल साबित

उज्जवल हिमाचल। शिमला

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि  प्रधानमंत्री इस गंभीर चुनौती से लडऩे के लिए देश के लोगों को किसी राहत का एलान करते। उन्होंने कहा कि इस गंभीर चुनौती से लडऩे में केंद्र सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिए है। बढ़ते संक्रमण और बिगड़ती स्वाथ्य सेवाएं,आक्सीजन की कमी,वैक्सीन की कमी,वेंटीलेटर की कमी,अस्पतालों में बिस्तरों की कमी से सरकार की पूरी व्यवस्था की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार देश के नागरिकों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं देने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्हें अपनी राजनीति और चुनावों की ज्यादा चिंता है जबकि देश में इस गंभीर चुनौती और बिगड़ती अर्थव्यवस्था की ओर कोई विशेष ध्यान नही रहा है। देश मे बढ़ती  महंगाई, बेरोजगारी और जनविरोधी नीतियों से आज देश के लोग परेशान है। किसान और बागवान नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले चार महीनों से सडक़ों में है।सरकार है कि पश्चिम बंगाल के चुनावों को लेकर अति ब्यस्त है।उन्होंनेप्रधानमंत्री केयर फण्ड में आज दिन तक कितना पैसा इकठ्ठा किया है और वह कहा  खर्च किया है उसकी पूरी जानकारी देश को देने की मांग भी की है। राठौर ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर अपनी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि जयराम सरकार भी केंद्र के पदचिन्हों पर ही चल रही है। प्रदेश सरकार के पास इस महामारी से निपटने में कोई भी कारगर उपाय नही है। अस्पतालों में कोई व्यवस्था नही है। ओपीडी बंद की जा रही है। बाहरी व अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों की स्वाथ्य सुविधा बंद की जा रही है,जो बहुत ही चिंता का विषय है।

प्रदेश में फिजूल खर्ची के चलते मंत्रियों और अधिकारियों की सुखसुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वम् अपने लिये एक नया हेलीकॉप्टर तक मंगवा लिया है। राठौर ने कहा है कि प्रदेश में सरकारी व्यवस्था पूरी तरह चरमरा कर रह गई है। लोग बढ़ती बेरोजगारी व महंगाई से त्रस्त है। सरकार हाथ पर हाथ धरे बेठी है। उन्होंने कहा है कि जिस सरकार को अबतक यह पता ही नही है कि उसके राज्य में कितने बाहरी लोग क्वारंटीन किए गए हैं,उसकी शासकीय व्यवस्था की पोल तो खुल ही गई है। किसी के बीच कोई तालमेल नही है।

राठौर ने कहा है कि देश या प्रदेश में संभावित लोक डाउन के चलते लोगों विशेष कर अप्रवासी मजदूरों को रहने,खानेपीने की पूरी व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे इन लोगों में किसी भी प्रकार की कोई अफरातफरी का माहौल न बने। उन्होंने इस संदर्भ में विपक्ष के साथ तुरंत किसी बैठक का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया है।