हिमाचलः चंबा के बेहद मशहूर देसी चावलों की खेती हुई शुरू

उज्जवल हिमाचल। चंबा

चंबा जिला की सबसे बेहतरीन चावलों की बिजाई का सबसे अनुकूल समय अभी चला हुआ है। इन दिनों सभी ग्रामीण लोग मिल जुलकर एक दूसरे के खेतों में चावलों की बिजाई कर रहे हैं जिसको की ग्रामीण लोग अपनी भाषा में रूहनी लगाना कहते है।

बताते चलें कि चंबा के यह देसी चावल जिनको ले झिंजन के नाम से जाना जाता है। यह लाल रंग के देसी चावल जिनको की बनाने के बाद आसपास के क्षेत्र में खुशबू ही खुशबू फैल जाती है। ग्रामीण लोगों की माने तो यह ओसिधि रूपी चावल जिनको खाने से न केवल डायबिटीज के मरीजों को फायदा पहुंचता है बल्कि अन्य कई और बीमारियों से भी निजात मिलती है।

यह लाल देसी चावल महंगी बासमती चावल से भी ऊपर की कीमत के होते है जिनको की लोग बड़े ही चाव के साथ तो खाते ही है तो वहीं इससे निकलने वाला पानी भी लोग ज़ाया नहीं होने देते है उसका सेवन भी लोग निरोग्य होने के लिए पीते है। आपको बता दे यह देसी लाल चावल जिसको की झींझन कहा जाता है इसकी उत्पत्ति केवल चंबा जिले के कुछ चुनिंदा गांव में ही होता है।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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