उज्जवल हिमाचल। कुल्लू
बांदल गांव में आई दरारें बढ़ती ही जा रही हैं। गांव में एक मकान और खोखा ढह गया है। इसके अलावा और भी 20 घरों व रेस्तरां पर खतरा मंडराया है। मकानों में दरारें आई हैं और इन घरों को खाली किया गया है। उधर, ब्रेउना गांव में भी प्रशासन ने पहले ही जमीन धंसने से दरके 15 घरों को खाली करवा दिया है।
थरूट में भी 5 मकान खतरे की जद्द में हैं, वहीं खोड़ा में 25 मकानों के भीतर बार-बार मलबा घुस रहा है। अवैध खनन के कारण गांव के पीछे पहाड़ी दरकी है और कई पेड़ मलबे के साथ नाले में गिरे हैं, वहीं से मलबा बार-बार आ रहा है और लोगों के घरों में घुस रहा है।
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खोड़ा आगे के दलीप सिंह पाल ने बताया कि इन घरों को खाली किया है और लोग दूसरों के घरों में शरण लिए हुए हैं। बांदल के संजय कठानी, राज देव, कुलदीप, जोगिंद्र सिंह ने बताया कि पदम का मकान गिर गया है। एक खोखा भी गिर गया व दरारें हर रोज बढ़ती जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों के खेतों में भी दरारें आ गई हैं। डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिन घरों को खतरा बना है उन्हें खाली करवा दिया गया है और पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों के संपर्क में हैं। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि दरके हुए घरों में रहकर खतरा मोल न लें। खराब मौसम में तो धंसती हुई जमीन वाले क्षेत्र में बिल्कुल न जाएं।