एमसी शर्मा। नादौन
हिमाचल सरकार प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं को राहत देने की तैयारी कर रही है यानी साठ यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा कर रही है, जबकि इसके विपरीत हिमाचल विद्युत बोर्ड उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिल भेजने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। नादौन के धनेटा विद्युत मंडल के तहत आते कई गांवों में उपभोक्ता को भारी-भरकम बिल भेजे गए हैं। धनेटा गांव के साथ साथ, डोहग, बेहा व पनसाई गांव में मार्च माह के विद्युत बिल ने उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है।
बताया जा रहा है कि ऑडिट के नाम पर यह भारी भरकम बिल हर साल भेजे जाते हैं लेकिन इस बार तो इस बार भारी बिल भेजने के सारे रिकॉर्ड विभाग ने तोड़ डाले हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिल दिए गए हैं। जिनका साल में बीस यूनिट से अधिक खर्च नहीं आता है उन्हें भी भारी-भरकम बिल दिए जा रहे हैं। एक विद्युत मीटर में तीन माह से कोई भी यूनिट खर्च नहीं की गई उसका बिल भी 145 से अधिक आया है।
इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उपभोक्ताओं किस तरह परेशान हो रहा है। विद्युत उपभोक्ता रमेश चंद, वीरेंद्र ठाकुर, शिव कुमार, जय प्रकाश अग्निहोत्री, ओम प्रकाश शर्मा , बलिराम , दिनेश शर्मा, कुलभूषण शर्मा, मोनू, सतीश शर्मा, सुनील ने बताया कि उनका घरेलू विद्युत मीटर का बिल सामान्य से दोगुना राशि में भेजा गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि ऐसी लूट करने वाले विद्युत विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस सम्बंध में बिजली विभाग के धनेटा डिविजन के एसडीओ ई. उमेश शर्मा ने बताया कि वर्ष 2018 में बिजली की दरों में संशोधन हुआ था जिस कारण तीस रुपए का अतिरिक्त बिल शिमला से ऑडिट के बाद प्रत्येक उपभोक्ता को बिल में अतिरिक्त दिया गया है साथ ही साठ रुपए इंस्पेक्शन चार्ज के रूप में प्रत्येक पांच वर्ष के पश्चात उपभोक्ता के बिल में दिया जाता है। विभाग किसी भी प्रकार की मनमानी अपने स्तर पर नहीं करता है।