उज्जवल हिमाचल। योल
कभी जाना माना प्रतिष्ठित स्कूल होता था लेकिन आज 70 साल बाद आंसू बहाने पर मजबूर हो रहा अपनी बेहाली पर! जी हां हम बात कर रहे योल के एएफसीबी हाईस्कूल की। आपको बता दें कि यह स्कूल 1954 में खुला था और योल के व आसपास के क्षेत्रों के अलावा दूरदराज के छात्र भी यहां से ही शिक्षा ग्रहण करते आए है।
कई सैन्य अधिकारी, इंजिनियर, डॉक्टर इस स्कूल ने दिए लेकिन जब से छावनी बोर्ड का विघटन हुआ तब से अध्यापकों की कमी के चलते स्कूल की हालत ही बिगड़ चुकी है। अध्यापक तो पूरे है ही नहीं, चपरासी माली तक नहीं है। राज्य प्रशासन की ओर से भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
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इस मसले को लेकर सोमवार को सभी छात्रों के अभिभावक स्कूल परिसर में इकट्ठे हुए और विचार विमर्श कर यह फैसला लिया कि शुक्रवार को एसएमसी के प्रधान पंकज मैहरा व कई संगठनो को साथ लेकर जिला उपायुक्त के समक्ष ज्ञापन सौंपा जाएगा