उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश में मुसलमानों द्वारा व्याप्त विभिन्न प्रकार की अवैध गतिविधियों पर हिमाचल के हिन्दू समाज को जागृत करने में तन्मयता से लगे हुए कमल गौतम के राजकीय सेवा से निलंबन का हिन्दू समाज ने कड़ा विरोध जताया है। हिन्दू समाज कमल गौतम के निलंबन पर जबरदस्त आक्रोश में है।
कमल गौतम के निलंबन पर हिन्दू जागरण मंच के जिला संयोजक कुलदीप शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो व्यक्ति हिमाचल में मुसलमानों द्वारा जमीन जिहाद, लव जिहाद, आर्थिक जिहाद तथा अन्य विभिन्न प्रकार के जिहादों को अंजाम देकर हिमाचल की देव संस्कृति को दूषित होने से बचाने के लिए हिमाचल के हिंदू समाज को जागृत करने का बीड़ा उठाए हुए हैं और सैकड़ों लव जिहाद की शिकार बच्चियों को बचाकर उनके परिवारों को सुरक्षित सौंपने का कार्य करने में लगे हुए हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध वर्तमान सरकार दमनकारी नीति अपनाकर उन्हें राजकीय सेवा से निलंबित करने का काम कर रही है।
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उन्होंने कहा कि मनोहर लाल हत्याकांड के बाद 8 दिन तक सरकार तथा प्रशासन मौन व्रत धारण किए रहा परंतु जब कमल गौतम अपनी टीम के साथ मनोहर लाल के घर पहुंचे। तब प्रशासन कि नींद खुली और एफआईआर दर्ज की गई। सरकार इतने बड़े जघन्य हत्याकांड को दबाने का प्रयास करती रही। सरकार तथा प्रशासन ने मनोहर लाल हत्याकांड को तो प्रेम प्रसंग का मामला बता दिया और जब आक्रोशित समाज द्वारा अपराधियों का घर जला दिया गया तो मुख्यमंत्री तिलमिला उठे।
यह सब दर्शाता है कि मुख्यमंत्री के दिल में देवभूमि को दूषित करने वाले इस्लामिक जिहादियों से कितना प्रेम है। पराशर झील में देवभूमि को अतिक्रमण करके मस्जिद बना दी गई थी जिसे कमल गौतम ने उजागर कर उसे ध्वस्त करवाने का कार्य किया। हमीरपुर के बिझड़ी क्षेत्र में एक मुस्लिम द्वारा गाय की 6 महीने की बछिया के साथ दुष्कर्म किया गया।
मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के हिन्दू समाज को बताएं कि उस बछिया का क्या कसूर था…?? क्या उस बछिया के साथ किया गया दुष्कर्म भी प्रेम प्रसंग का मामला था…?? आज मुख्यमंत्री के गृह जिला हमीरपुर से सर्वाधिक महिलाएं गायब हो रही हैं, नाबालिग बच्चियों को लव जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है।
परंतु उन सब घटनाओं पर सरकार मौन धारण किए हुए है और प्रशासन कोई कठोर कार्यवाही करने से बचता है। उन्होंने इस बात के लिए सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया और पूछा कि जिस हिन्दू समाज से वोट लेकर वर्तमान स्थान सरकार सत्ता में आई है क्या वह हिंदुओं के विरुद्ध दमनकारी नीति अपनाकर देव संस्कृति को दूषित करके हिमाचल का इस्लामीकरण करना चाहती है…??
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह कमल गौतम का निलंबन तुरंत प्रभाव से वापस लें अन्यथा हिन्दू समाज सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलने के लिए विवश होगा और उसका पूरा उत्तरदायित्व सरकार का होगा।