उज्जवल हिमाचल। शिमला
कुल्लू-मनाली में हुई तबाही का जायजा लेने आए केंद्रीय भूतल व सड़क परिवहन मंत्री के दौरे के दौरान अधिकारियों की अनुपस्थिति पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार पर कई सवाल खड़े करने के साथ ही केंद्र के द्वारा प्रदेश की आपदा में हर संभव सहायता की बात कही हैं।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुल्लू-मनाली में बारिश से हुई तबाही के हालातों का जायजा लिया और सड़कों की मरम्मत के लिए 400 करोड़ की राहत देने की घोषणा की। जयराम ठाकुर ने बताया कि एनएच व फोरलेन को हुए नुकसान को केंद्र अपने पैसों से बहाल करवाएगा। इसके अलावा एनएच के 1 किलोमीटर के दायरे में क्षतिग्रस्त हुए पुलों का निर्माण व मुरम्मत केंद्र स्वयं करवाने जा रहा है।
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जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के आपदा के समय इस विशेष दौरे के दौरान कोई अधिकारी मौके पर नहीं था। पीडब्ल्यूडी ईएनसी मौजूद नहीं थे जबकि उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार मौके पर होना चाहिए था। मुख्यमंत्री हर दो मिनट में अधिकारियों से जानकारी मांग रहे थे। मंत्री व मुख्यमंत्री भले ही मौजूद नहीं रहते लेकिन अधिकारियों का होना जरूरी था। यह हैरानी की बात है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में रेस्टोरेशन काम धीमी गति से हो रहा है। सरकार को सड़कों की बहाल करने के काम में गति लाने की आवश्यकता है क्योंकि सेब सीजन शुरू हो चुका है। मंडियों तक सेब न पहुंचने के कारण सेब सड़ना शुरू हो चुका है। लोग सेब को नालियों में फेंकने को मजबूर है।
सेब फेंकने की वीडियो बनाने वालों को थाने में बुलाकर डराया जा रहा है। वहीं जयराम ठाकुर ने राम सुभाग सिंह को प्रधान सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्ति देने पर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किस दबाव के चलते लगाया गया है, इसका जवाब सीएम ही दे सकते हैं। पूर्व सरकार में विधायक रहते सुक्खू उन पर सवाल उठा रहे थे, जिसके बाद उनकी सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया लेकिन अब क्या डील हुई ये मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं।