उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
रक्षाबंधन का इतिहास आर्य समाज में सभ्यता की शुरुआत से जुड़ा हुआ है। वास्तव में मुंहबोली बहनों से राखी बंधवाने की परंपरा काफी पुरानी है, भले ही उन बहनों ने अपने संरक्षण के लिए ही इसकी शुरुआत क्यों न की हो, लेकिन उनकी बदौलत आज भी इस त्योहार की मान्यता बरकरार है। इतिहास के पन्नों में सबसे पहला साक्ष्य रानी कर्णावती- हुमायूं , एलेग्जेंडर- राजा पुरू तथा कृष्ण और द्रौपदी को माना गया है, जिन्होंने अपनी मुंहबोली बहनों की समय पर रक्षा की।
भाई-बहन के इस पवित्र प्रेम और रक्षा के प्रतीक त्योहार को काॅमेट मेन्सा पब्लिक स्कूल देहरी में मानसून की छुट्टियां पड़ने से पहले बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसमें इंटर हाउस प्रतियोगिता करवाई गई।जिसमें किंडरगार्टन ने विभिन्न प्रकार के नृत्य व राखी बांधकर अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। कक्षा प्रथम से पांचवी तक के विद्यार्थियों ने राखी मेकिंग, कार्ड मेकिंग तथा कक्षा छठी से दसवीं तक थाली सज्जा (सजावट) व सुंदर राखियां बनाकर अपनी प्रतिभाओं को उजागर किया।
इस अवसर पर स्कूल प्रबंधक वासु सोनी, प्रबंधक निदेशिका पूनम सोनी, प्रधानाचार्या ज्योति महाजन तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। वासु सोनी ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं उनके भीतर छुपी प्रतिभाओं को उजागर करना था। विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को बाद में पुरस्कृत किया जाएगा।