हिमाचलः किरतपुर से नेरचौक फोरलेन मार्ग का निर्माण कार्य लगभग पूरा

उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर

सामरिक व पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण किरतपुर से नेरचौक फोरलेन मार्ग निर्माण का कार्य तेज गति से चला हुआ है। गौरतलब है कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन मार्ग की चार टनलस बिलासपुर जिला के अंतर्गत आती हैं जिसकी पहली टनल पंजाब-हिमाचल सीमा के समीप कैंचीमोड पर स्थित है जबकि आखिरी टनल टिहरा में है। वहीं इन चारों टनलस का काम अपने अंतिम चरण में है जिसे पूरा करने के बाद फोरलेन मार्ग को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।

आपको बता दें कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन बनने जहां चंडीगढ़ से कुल्लू मनाली व मणिकर्ण की दूरी काफी घट जाएगी तो इससे यात्रियों के समय व पैसे की भी बचत होगी. वहीं टनल में चल रहे कार्य को देखते हुए कैंचीमोड से जगातखाना तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगायी गयी है जबकि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे 205 स्थित स्वारघाट समीप पंजपिरी से बाया जगातखाना होकर यात्री फोरलेन से जुड़कर कुल्लू मनाली जा सकते हैं।

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वहीं उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि फिलहाल 20 मई तक फोरलेन मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद की गई है और 15 से 30 जून के भीतर फोरलेन मार्ग व टनलस का काम पूरा होने पर इसे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।

साथ ही उन्होंने कहा कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन मार्ग पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत 60 किलोमीटर प्रति घण्टे से ज्यादा ओवरस्पीड वाहनों का ऑटोमेटिक चालान होगा ताकि ओवरस्पीड के चलते कोई सड़क दुर्घटना ना घटित हो सके. वहीं टनल निर्माण कर रही भारत कंस्ट्रक्शन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डिप्टी मैनेजर जेआर भारद्वाज ने कहा कि चारों टनलस काम अंतिम चरण पर है और काम पूरा होते ही सरकार के आदेशानुसार ट्रायल बेस पर फोरलेन मार्ग खोल दिया जाएगा।

संवाददाताः सुरेंद्र जम्वाल

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