मंडी के बल्ह में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थापित करने को लेकर युद्ध स्तर पर चल रहा कार्य

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। वहीं, मंडी जिला के उपमंडल बल्ह में सीएम जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थापित करने के लिए धरातल पर युद्ध स्तर पर कार्य चला हुआ है। प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए प्रशासन ने अपना क्षेत्र तय कर बुर्जियां लगाने का काम पूरा कर लिया है। एयरपोर्ट निर्माण के लिए पर्यटन विभाग नोडल और राज्सव विभाग सहायक एजेंसी के तौर पर कार्य कर रही हैं। पर्यटन विभाग द्वारा हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर वन विभाग की भूमि को लेकर एफआरए मंजूरी ली जाएगी।

राज्सव विभाग द्वारा निर्माण भूमि में बदलाव होने के कारण क्षेत्रफल मापने के लिए अतिरिक्त स्टाफ कार्य कर रहा है और विभाग के 5 कानूनगो सहित 15 पटवारियों को विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है। कर्मचारियों द्वारा 18 कोऑर्डिनेटस को लेकर बुर्जियां लगाने का कार्य पूरा कर दिया है। एयरपोर्ट का निर्माण उपमंडल बल्ह के 7 राज्सव मोहाल छातडू, डीपीएफ डोयडा, कुम्मी, स्याहं, टावां, जरलू और ढाबण में किया जाएगा। भूमि के आकलन को लेकर 10 दिनों के भीतर फील्ड स्टाफ द्वारा अपनी कार्रवाई को पूरा किया जाएगा। इसके उपरांत एयरपोर्ट निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर एसडीएम बल्ह को भूमि अधिग्रहण अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है।

जानकारी देते हुए एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी ने कहा कि प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माण को लेकर धरातल पर युद्ध स्तर पर कार्य जारी है। कार्य को लेकर अतिरिक्त स्टाफ भी आ चुका है और राज्सव विभाग के 5 कानूनगो सहित 15 पटवारियों को विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है। निर्माण भूमि की के क्षेत्रफल को मापने के उपरांत हवाई अड्डे के सामाजिक प्रभाव का आकलन किया जाएगा।

उपमंडल बल्ह राज्सव विभाग के कार्यालय कानूनगो प्यार चंद शर्मा ने कहा कि प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर फील्ड का कार्य उन्हें सौंपा गया है। इस कार्य को एसडीएम बल्ह की अध्यक्षता में किया जा रहा है और मौके पर कोऑर्डिनेटस के अनुसार बुर्जियां स्थापित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि भूमि चिन्हित करने के बाद अब पेपर वर्क चला हुआ है। इसमें एयरपोर्ट निर्माण से प्रभावित होने वाले लोगों का आकलन भी किया जा रहा है।

बता दें कि पर्यटन व सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला मंडी के बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनने जा रहा है। इसके निर्माण के लिए राज्सव विभाग द्वारा बुर्जियां लगाने के बाद उपायुक्त मंडी द्वारा लोगों से बैठकें कर हवाई अड्डे के सामाजिक प्रभाव का आकलन किया जाएगा।इससे पूर्व प्रदेश सरकार ने एयरपोर्ट के लिए चिन्हित भूमि को लेकर लिडार व फिजिकल सर्वे करवाया था। इसके उपरांत हवाई अड्डे के सीमा बिंदुओं में तबदीली होने पर नए कोऑर्डिनेटस बना दिए हैं।