हांडा कुंडी गो अभ्यारण्य को जाने वाला अस्थाई पुल चढ़ा बारिश की भेंट

ग्रामीण वासियों द्वारा बनाया गया था अस्थाई पुल 

सुरेंद्र सिंह सोनी। नालागढ़
प्रदेश सरकार द्वारा हांडा कुंडी में गौ अभ्यारण्य खोला गया जोकि तकरीबन 4 करोड़ की लागत से बनाया गया है यहां पर सोलन जिले से बेसहारा नंदी इक्कठे कर के उन्हे पनाह दी जाती है। यहां तकरीबन 500 के करीब नंदी के रहने की व्यवस्था की गई है। परंतु हांडा कुंडी तक पहुंचने के लिए एक नदी को पार करना पड़ता है, जहां आस पास के ग्रामीणों ने अस्थाई तौर पर एक पुल बनाया हुआ है।
पिछले चार पांच दिन की लगातार बारिश से यह पुल बह गया अब स्तिथि यह है की हांडा कुंडी गौ अभ्यारण्य व गांव में जाने का कोई भी रास्ता नहीं बचा। पुल के टूटने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और गौ अभ्यारण्य में न तो नंदियों को चारा पहुंचाया जा सकता है और न ही कोई मेडिकल सुविधा दी जा सकती है।
हालांकि नालागढ़ के वरिष्ट चिकित्सक बीबी करकरा द्वारा मौसम व हालत को समझते हुए तकरीबन एक महीने का चारा गोदाम में पहले ही इक्कठा कर लिया था और एक फार्मासिस्ट वहां परमानेंट तनैत कर दिया था परंतु फिर भी पुल टूटने से अन्य सुविधाओं से नंदी वंचित रह जायेंगे और अगर बरसात एक महीने से ज्यादा चलती है और हालत ज्यादा खराब हो जाते है तो हांडा कुंडी में रह रहे पशुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदेश सरकार द्वारा करोड़ रुपए खर्च करके गौ अभयारण्य का निर्माण किया है परंतु आने जाने के लिए रास्तों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। प्रशासन को चाहिए की नदी पर परमानेंट पुल का निर्माण कराया जाए ताकि वहां रहने वाले तकरीबन 4 गांवों को व गौ अभ्यारण्य को स्थाई रूप से सुविधा मिल सके। अब देखना यह की प्रदेश सरकार इस और कब कदम उठाती है क्योंकि अगर ज्यादा देर की गई तो हालत ज्यादा बिगड़ सकते है।
वरिष्ठ चिकित्सक बीबी करकरा ने बताया की तकरीबन एक महीने का चारा हांडा कुंडी गौ अभ्यारण्य में मौजूद है और नंदियो की देख भाल के लिए एक फरमासिष्ट भी परमानेंट वहीं रहता है, परंतु पुल टूटने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि नदी पार करना अब मुश्किल हो गया है।
बरसात के कारण नदी उफ्फान पर है। नदी का पानी कम होने पर ही नदी के उसपार जाया जा सकता है। उन्होंने कहा की आस पास के ग्रामीणों को भी पुल टूटने से परेशानी हो रही है इसलिए इस नदी पर स्थाई तौर पर पुल का निर्माण किया जाना चाहिए।