हिमाचलः बदलती सरकारी स्कूलों की तस्वीर, इस क्षेत्र के 65 बच्चों ने निजी स्कूलों से लिया सरकारी स्कूल में दाखिला

उज्जवल हिमाचल। शिमला

रियासत स्कूल जुग्गा द्वारा अतीत से ही शिक्षा में बेहतर काम किया है। प्रदेश का शायद यह पहला ऐसा स्कूल है, जहां पर प्राइवेट स्कूल छोड़कर बच्चे जुग्गा स्कूल में प्रवेश ले रहे हैं। बीते वर्ष कोरोना काल के दौरान स्कूल खुलने पर विभिन्न प्राइवेटों स्कूलों के 65 बच्चों ने इस स्कूल में प्रवेश लिया है। जिसमें छठी कक्षा में आठ, सातवीं में 11, आठवीं में 06, नवीं में 13, दसवीं में एक, 11वीं में 14 और 12वीं में 12 बच्चों ने स्कूल में दाखिला लिया है।

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प्रधानाचार्य डाॅ. अनीता पठानिया ने उत्तम शिक्षा पर दिया बल…
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल की प्रधानाचार्य डाॅ. अनीता पठानिया के कार्यभार संभालने के उपरांत ही शिक्षा में स्तर में बेहतररीन उन्नति हुई है। जिसके फलस्वरूप जुग्गा क्षेत्र के अभिभवाकोें ने अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकालकर इस सरकारी स्कूल में दाखिला करवाया है। अभिभावकों का कहना हैं कि प्रिंसिपल डाॅ. अनीता पठानिया ने स्वंय व स्टाफ के सहयोग से तीन कमरों, बरामदे और शौचालय में टाइल्स बिछाई है।

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ताकि बच्चें स्कूल में सहज महसूस कर सके। प्रधानाचार्य का कहना है कि बच्चों के भविष्य को संवारना उनका नैतिक दायित्व है, जिसके लिस भागीरथी प्रयास किए जा रह है। प्राईवेट स्कूलों में बेहतर वातावरण इस स्कूल में सृजन करने पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि बच्चों को प्राइवेट स्कूल से बेहतर व गुणात्मक शिक्षा प्रदान करवाई जा सके।