हिमाचल पुलिस IT विभाग की मदद से रोकेगी साइबर अपराध, नियमित शैक्षणिक सम्मेलन होंगे

उज्जवल हिमाचल। शिमला

हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ते जा रहे साइबर अपराध को रोकने के लिए पुलिस अब सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग की मदद लेगी। साइबर अपराध को समझने, उसका पता लगाने और इसे रोकने के लिए हिमाचल पुलिस के कर्मियों को अब बारीकी से जानकारियां दी जाएंगी। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह एमओयू पुलिस कर्मियों को तकनीकी सफलताओं के बारे में उनके ज्ञान को बढ़ाने, अपराध का पता लगाने और अपराध की रोकथाम करने में उपयोगी सिद्ध होगा। यह एमओयू सहयोग, अनुसंधान और विकास गतिविधियों और प्रशिक्षण पर आधारित होगा जिसमें न केवल विश्वविद्यालय के छात्र और प्रशिक्षक बल्कि पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे। एमओयू के उद्देश्यों को पुलिस-सूचना प्रौद्योगिकी पारस्परिक विचार-विमर्श मंच के तहत पूरा किया जाएगा।

एमओयू के तहत सामान्य मुद्दों पर हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना द्वारा नियमित शैक्षणिक सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। राज्य पुलिस इंटर्नशिप अवधि के दौरान छात्रों के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों, राज्य फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं और पुलिस की किसी अन्य विशेष इकाई के दौरे का भी आयोजन करेगी। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान सूचना प्रौद्योगिकी पर पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन करेगा।

पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के पुलिस उपमहानिरीक्षक विमल गुप्ता और निदेशक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान प्रो. आर सेल्वा कुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। विमल गुप्ता ने कहा कि पुलिस-सूचना प्रौद्योगिकी मंच के नाम पर समझौता ज्ञापन तकनीकी मुद्दों पर पुलिस कर्मियों के साथ भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रशिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों के बीच एक संस्थागत तंत्र स्थापित करने में सहायक होगा।