उज्जवल हिमाचल। बिलासपुर
बिलासपुर स्थित गोविंद सागर झील के बीच 200 से अधिक मवेशिये फंसने का मामला सामने आया है। जिसके बाद 05वीं बटालियन होमगार्ड के जवानों ने सभी मवेशियों का सफल रेस्क्यू कर सुरक्षित झील के किनारे पहुंचाया। मामला कुछ ऐसा है कि गोविंद सागर झील के किनारे रहने वाले लोगों के मवेशिये रोजाना घास चरने गोविंद सागर झील के बीच बने टापू नाला नौन में जाते हैं और मानसून की पहली बरसात के बाद गोविंद सागर झील का जलस्तर बढ़ने के चलते 200 से अधिक मवेशिये टापू में ही फंस गए।
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जिसकी सूचना एसडीएम बिलासपुर कार्यालय को दी गयी। जिसके बाद 05वीं बटालियन होमगार्ड के 07 सदस्यों की टीम गोविंद सागर झील पहुंची और वहां से मोटरबोट के जरिये टापू पर पहुंचे। जहां मवेशिये फंसे हुए थे। वहीं करीब 01 घण्टे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद होमगार्ड के जवानों ने स्थानीय लोगों की मदद से कम जलस्तर वाली जगह से सभी मवेशियों को झील किनारे पहुंचाया और एक बड़ा हादसा पेश आने से रोका।
इस बात की जानकारी देते हुए 5वीं बटालियन होमगार्ड बिलासपुर के पलाटून हवलदार गोपाल कुमार ने कहा कि टापू में फंसे सभी मवेशियों को सुरक्षित झील के किनारे पहुंचा दिया गया है। साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि बरसात के चलते गोविंद सागर झील का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में वह अपने मवेशियों को घांस चरने के लिए झील के किनारे ना भेजें नहीं तो कोई बड़ा हादसा पेश हो सकता है।