हिमाचलः भूस्खलन से खतरे की जद में आए 3 परिवारों के रिहायशी मकान

Himachal: Residential houses of 3 families in danger of landslide
हिमाचलः भूस्खलन से खतरे की जद में आए 3 परिवारों के रिहायशी मकान

उज्जवल हिमाचल। मंडी
मंडी जिला के जवाहर लाल नेहरू राजकीय इंजीनियरिंग संस्थान सुंदरनगर के आवासीय परिसर के निर्माण के दौरान हुए भूस्खलन से पुंघ क्षेत्र की पहाड़ी पर स्थित एक मकान खतरे की जद में आ गया। खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने मकान में रह रहे 3 परिवारों और पीजी की छात्राओं को अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिया है।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे विधायक सुंदरनगर राकेश जंवाल ने तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल, एसडीएम अमर नेगी, राजस्व विभाग और जेएनजीसी प्रशासन को सुरक्षात्मक दृष्टि से संभावित कार्रवाई करने को कहा है। बता दें कि जेएनजीसी द्वारा कालेज के नीचे की पहाड़ी पर आवासीय परिसर का निर्माण कार्य किया जा रहा है।

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भारी बारिश और निर्माण के दौरान हुए भूस्खलन से पहाड़ी में दो से तीन फीट तक दरारें आ गई। सुंदरनगर प्रशासन ने मकान में रहने वाले लोगों को सुरक्षा की दृष्टि से तुरंत मकान खाली करने को कहा और तीनों परिवारों के करीब दस लोगों को पुंघ में स्थित एक पंजाबी ढाबे में शिफ्ट कर दिया है। इस दौरान प्रशासन से प्रभावित लोगों को मकान से अपना कीमती सामान भी साथ लेने को कहा है।

प्रभावित सोम कृष्ण, विद्या सागर और प्यारे लाल ने कहा कि उनके परिवार बीते 15 वर्षों से पुंघ में रह रहे हैं। जेएनजीसी ने आवासीय परिसर के लिए पहाड़ी में कटान का कार्य शुरू किया है। बारिश के कारण पहाड़ की नम पड़ी मिट्टी के कारण भूस्खलन हुआ और पहाड़ी पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं।

उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को ही प्रशासन को लिखित रूप से इसकी सूचना दे दी थी। विधायक राकेश जंवाल ने कहा कि प्रशासन को प्रभावित को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है। एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी ने कहा कि प्रभावित लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है। जेएनजीसी को सिविल इंजीनियरों व विशेषज्ञों की टीम के साथ मौके का निरीक्षण सुरक्षात्मक दृष्टि से आंकलन करने के लिए कहा गया है।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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