उज्जवल हिमाचल। पालमपुर
चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय (CSK Himachal Pradesh Agriculture University) के छह पीएचडी शोधार्थियों को दो महीने के लिए फसल मॉडलिंग, पोषक तत्व प्रबंधन, कार्बन पृथक्करण और जलवायु स्मार्ट कृषि पर एक उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया है। कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी ने यह खुलासा करते हुए बताया कि इन शोधार्थियों के अलावा मृदा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर एनके सांख्यान को भी अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) फिलीपींस में प्रशिक्षण मिलेगा।
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उन्होंने बताया कि यह अवसर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत उन्नत कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र के तहत मिला है। कुलपति ने सभी से विभिन्न क्षेत्रों में नई तकनीकों को सीखने और कृषि में गुणवत्ता अनुसंधान को बढ़ाने और उच्च प्रभाव वाले अनुसंधान प्रकाशन लाने के लिए इन प्रौद्योगिकियों को लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण जलवायु संबंधी अनिश्चितताओं और संसाधनों की उपलब्धता के तहत कृषि इनपुट और संसाधनों के प्रबंधन के लिए नए रास्ते खोलेगा।
प्रशिक्षण के लिए जाने से पहले पीएचडी शोधार्थी भावना बबल, आंचल, प्रतिभा ठाकुर, अवनी, गायत्री हेट्टा, गौरव शर्मा और डा. एन के सांख्यान ने कुलपति से मुलाकात की। अनुसंधान निदेशक डॉ. एसपी दीक्षित, प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. नवीन कुमार और एनएएचईपी सीएएसटी के प्रधान अन्वेषक डॉ. रणबीर सिंह राणा भी इस अवसर पर मौजूद रहे।