हिमाचलः ऐसा शिव मंदिर जो पीपल की जड़ों के नीचे करता है निवास

हिमाचलः ऐसा शिव मंदिर जो पीपल की जड़ों के नीचे करता है निवास

उज्जवल हिमावल। हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) का एक मात्र ऐसा शिव मंदिर जो पीपल (Peepal Tree) की जड़ों के नीचे निवास करता है। जैसे-जैसे पीपल का पेड़ बढ़ता गया लोगों की आस्था और मंदिर के चमत्कार भी बढ़ते गए। इसका जीता जागता उदाहरण मंदिर को देखकर लगाया जा सकता है कि छोटे से मंदिर की दीवारों पर भी पीपल के वृक्ष की जड़े चारों और फैली हुई है।

मंदिर को देख कर ऐसा लगता है कि पीपल की जड़ों ने शिवलिंग को चारों ओर से घेरा हुआ है। लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त मनोकामना मांगता है तो उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। ये मंदिर जिला हमीरपुर के अंतर्गत आने वाली बरोटा पंचायत के बरोटा गांव में बना शिव मंदिर लोगों की अपार आस्था केंद्र बना हुआ है।

यह भी पढ़ेंः हिमाचलः बागवानों द्वारा पौधों की डिमांड पर उद्यान विभाग तैयार करेगा 30 हजार पौधे

माना जाता है कि ये शिवलिंग(Shivling) पांच सौ वर्ष पुराना है। यहां पर शिवलिंग पीपल की जड़ों से निकला हुआ है जिसका परिणाम मंदिर को देखकर लगाया जा सकता है। वर्तमान समय में भी शिवलिंग के ऊपर विशालकाय पीपल का वृक्ष मौजूद है। हर वर्ष इस शिव मंदिर में कमेटी द्धारा भागवत कथा का आयोजन भी किया जाता है। मान्यता यह भी है कि साधू संतों ने इस स्थान पर तपस्या की थी, जहां अब पीपल का विशालकाय वृक्ष मौजूद है।

लोगों का कहना है कि इस स्थान पर साधू संतों ने पांच सौ वर्ष पहले घोर तपस्या की थी। जिस कारण यह शिवलिंग पीपल के वृक्ष के नीचे उत्पन हुआ था। इसी स्थान पर साधू संतों की समाधियां भी स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि शिव मंदिर के साथ लोगों की आस्था भी जुडी हुई है। प्रतिदिन लोग यहां आकर पूजा अर्चना करते है और जो भी मनोकामना मांगी जाती है उसे भगवान भोले नाथ पूरा करते है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर के जीर्णाेद्वार के लिए कमेटी बनाई गई और जल्द ही एक सुंदर भव्य शिव मंदिर बनाया जाएगा।

संवाददाताः विजय ठाकुर

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।