हिंदू रीति-रिवाजों पर केसरिया हिंदू वाहिनी ने डाला प्रकाश

अंकित वालिया। कांगड़ा

नगरोटा बगवां आईपीएच विभाग के विश्राम-गृह में केसरिया हिन्दू वाहिनी जिला कार्यकारिणी की बैठक मुख्य मोर्चा जिलाध्यक्ष इंजी.चन्द्रभूषण मिश्रा की अध्यक्षता में विधिवत रूप से संपन्न हुई। इसमें वेसहारा गौवंश, सनातन धर्म हिन्दू संस्कृति और वैदिक परम्परा रीति रिवाजों के अनुसार जन्मदिन पूजन के स्थान पर मोमबत्ती बुझाना व केक काटना और उसे मुंह पर लगाना खाना, पाणिग्रहण विवाह आदि मांगलिक शुभ कार्यों में जयमाला के समय अर्धांगिनी बनने जा रही दुल्हन का मजाक उड़ाना, बालीवुड की तर्ज पर नशेड़ी युवाओं को नशे और उलूल-जुलूल फैशन से दूर रखना, महिला सशक्तिकरण, देश भर में नारियों के साथ हो रहे जघन्य अपराधों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

अपने संबाेधन में मुख्य मोर्चा जिला महासचिव संजय कुमार ने कहा कि लोग अपनी हिन्दू संस्कृति को भूलते जा रहे हैं और पाश्चात्य संस्कृति को अपना रहे हैं, जिसमें “मुंह दृष्टा” की जगह जयमाला ने ले ली है। उनका कहना है कि बिना लग्न-वेदी सात शर्तों के जयमाला डालना वैदिक परंपरा रीति-रिवाज में नहीं आता है और यह हमारी हिन्दू संस्कृति का हिस्सा नहीं है। क्योंकि अगर प्रभु श्रीरामजी को माता सीताजी ने वर माला डाली थी, तो वो राजा जनक द्वारा अपनी पुत्री के लिए रचा गया एक स्वयंवर था।

महिला मोर्चा की जिलाध्यक्षा रेश्मा देवी ने कहा कि जन्मदिन पूजन को भूलकर लोग शुभ दिवस पर फूंक मार के मोमबत्ती बुझाकर छुरी से केक काटकर, मुंह पर लगाकर और फिर उसे खाकर हैप्पी बर्थडे मनाकर अपनी हिन्दू संस्कृति की जड़ें काट रहे हैं और धीरे-धीरे सनातन से दूर होते जा रहे हैं। जिलाध्यक्षा रेश्मा देवी ने कहा कि गांव के कुल पुरोहित पण्डित जी द्वारा घी से वसुधारा देना, लाल कपड़े से उनको ढकना, उनका पूजन करना, गुलगुले बनाना और रात्रि में मुहल्ले की औरतों द्वारा जन्मदिन के गीत गाना आदि लोग, सबकुछ भूलते जा रहे हैं जो कि सनातन धर्म, हिन्दू संस्कृति और वैदिक परंपरा रीति-रिवाजों के लिए एक चिंता का विषय है।

महिला सशक्तिकरण को लेकर महिला मोर्चा जिला महासचिव इंदू कुमारी ने जिला भर की सभी महिलाओं से केसरिया हिन्दू वाहिनी में जुड़ने का आह्वान किया और कहा कि देश भर में नारियों के साथ हो रहे जघन्य अपराध पर अंकुश लगाया जाना बहुत जरूरी है। जिस तरह यूपी सरकार ने लव जिहाद पर कानून बनाया है, उसी तरह प्रदेश में भी ऐसे कानून की सख्त जरुरत है। बैठक के समापन पर, जिलाध्यक्ष मुख्य मोर्चा के जिलाध्यक्ष इंजी.चंद्रभूषण मिश्रा ने प्रदेश में वे-सहारा गौ वंश जिसे लोगों ने छोड़ दिया है और वो आवारा होकर लोगों के खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। क्योंकि उन्हें खाने के लिए जो चरागाह थे उन पर या तो बड़े भवन बना दिए गए हैं और लोगों ने सरकारी भूमि पर कब्जा कर लिया है।

ऐसे में इन बेसहारा गौवंश को खाने के लिए दर दर रास्तों में भटकना पड़ रहा है। सरकार ने कई जगह गऊ सदन का निर्माण तो किया है, लेकिन उस व्यवस्था में सुधार की बहुत जरूरत है। क्योंकि वहां पर भी गौवंश भूखे मर रहे हैं और जो जख्मी होकर नीचे गिरे हुए हैं। उनको उठाने और मरहम पट्टी करने वाले नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि कच्छियारी बाईपास पर गाय को लगी टक्कर से वो सड़क के किनारे गिरी हुई थी और मीडिया ने उस मुद्दे को उजागर भी किया था, लेकिन सरकार से सिर्फ एक विनती है कि गाैसदन को बिचौलियों से दूर रखकर इसकी व्यवस्था में थोड़ा-सा और सुधार किया जाए।

इस मौके पर मुख्य मोर्चा के जिला महासचिव संजय कुमार, महिला मोर्चा जिला अध्यक्षा रेश्मा देवी, जिला महासचिव इन्दु कुमारी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्वर्णा वालिया, मुख्य मोर्चा तहसील अध्यक्ष नितिन शर्मा, मुख्य मोर्चा ब्लॉक अध्यक्ष शम्मी कौंडल, नगर अध्यक्ष सुनील कुमार पवन, कार्यकारिणी सदस्य राहूल, निर्मला सोहल, नीलम गुप्ता, इन्दु वाला, रीना देवी, मीनाक्षी देवी, कुसुम लता, अंजू वाला, सपना कुमारी, वविता, सीमा देवी और मंजना देवी आदि पदाधिकारियों ने भाग लिया।