नारेबाजी केे कारण तीन बजे तक सदन को किया स्थगित

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

राज्यसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित होने के बाद जब शुरू हुई तब सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोविड महामारी को लेकर केंद्र पर हमला बोला। संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी विपक्षी दलों केे हंगामे के साथ कार्यवाही की शुरुआत हुई। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई, लेकिन दोबारा शुरू होने के बाद भी नारेबाजी केे कारण तीन बजे तक सदन को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इतने बड़े देश में कोरोना से कितने लोग मरे क्या ये रहस्य ही बना रहेगा? सरकार देश में कोरोना से 4 लाख से अधिक मौतों की बात बताती है, जो झूठे आंकड़े सरकार जारी कर रही है वो सत्य से दूर हैं।

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने 15 मई, 2021 को कहा कि जो लोग चले गए, वो मुक्त हो गए। सरकार का समर्थन करने वाले संघ की क्या नीति और मंशा है, ये इससे पता चलता है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने कहा कि तमिलनाडु में एक दिन में 234 सीटों पर चुनाव हुए। पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में 294 सीटों पर। संक्रमण दर चुनाव से पहले 2.3% था और इसके बाद यह बढ़कर 33% हो गया। हमारे मुख्यमंत्री को बधाईयां, अब यह वापस 1.8% हो गया है।

इसके कारण लोकसभा पांच मिनट भी नहीं चल सकी और दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा पहले 12 बजे तक फिर एक बजे और तीसरी बार आधे घंटे केे लिए स्थगित हो गई। बता दें कि ‘पेगासस जासूसी प्रकरण’ के साथ कृषि कानून विरोधी आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर विपक्षी दलों द्वारा हंगामा किया जा रहा है। कई विपक्षी सांसदों ने पहले ही संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है।

राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा एक बजे शुरू हुई, जिसके बाद भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि महामारी हमारे लिए लगातार सीखने का अनुभव रहा है। तीसरी बार सदन की कार्यवाही 1.34 बजे तक स्थगित कर दी गई। राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने कहा कि कोविड पर चर्चा के लिए सभी नेता अध्यक्ष से मिले हैं और उन्हें इसके लिए इजाजत दी गई है, जो 1 बजे से सदन के दोबारा शुरू होने पर होगा। शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानूनों के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने बताया कि इन कृषि कानूनों के खिलाफ सिर्फ शिरोमणि अकाली दल खड़ा है, कांग्रेस अपनी कुर्सी बचाने में लगी हुई है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कार्यवाही की शुरुआत के साथ विपक्ष के हंगामे को देखते हुए कहा कि तख्तियां सदन में लाना नियम-प्रक्रियाओं के विरुद्ध है। आप नियम के तहत नोटिस दें, तो हर विषय पर चर्चा को सरकार तैयार है। आप गलत परंपरा डाल रहे हैं। लोक सभा की कार्यवाही बाधित कर रहे सांसदों को सदन के अध्यक्ष ने नियम और प्रक्रियाओं का पालन करने को भी कहा है। लोकसभा में गृह मंत्रालय ने बताया,’रोहिंग्या समेत अवैध प्रवासियों से देश की सुरक्षा को खतरा है। कुछ रोहिंग्या प्रवासियों की अवैध गतिविधियों की रिपोर्ट मिल रही है। सोमवार को संंसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई, जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

पेगासस फोन हैकिंग मामले को लेकर विपक्ष सत्र के पहले दिन से हमलावर हैं। कांग्रेस ने इसे मामले में संयुक्‍त संसदीय समिति की मांग की है। इस पर सरकार ने रिपोर्ट को साजिश करार दिया है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘पहले डिस्कसन उसके बाद प्रेजेंटेशन। यदि वे चर्चा नहीं चाहते और सभी सांसदों को प्रेजेंटेशन देना है, तो सेंट्रल हाल में दें। यदि कोविड की वजह से आप एक जगह नहीं बैठा सकते तो 2 दिन कर सकते हैं या सुबह शाम एक दिन में भी कर सकते हैं।

सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने पेगासस के जरिए पत्रकारों की जासूसी का आरोप लगाते हुए गृहमंत्री अमिता शाह से इस्तीफे की मांग की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर आरोप लगाया कि राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी पार्टियों, पत्रकारों की जासूसी कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच से पहले अमित शाह साहब को इस्तीफा देना चाहिए और मोदी साहब के खिलाफ जांच कराई जानी चाहिए।