महाविद्यालय नेरी में विश्व खाद्य दिवस पर शिविर का आयोजन

रवि ठाकुर। हमीरपुर

औद्योगिकी एवं वानिकी महाविद्यालय हमीरपुर नेरी द्वारा विश्व खाद्य दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. परविंद्र कौशल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरक्त की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विश्व खाद्य दिवस को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता युक्त पौष्टिक उत्पादों को उत्पादन करने के साथ-साथ खाद्यानों की बर्वादी को रोकना है। डा. कौशल ने कहा कि इसके हमें विपणन व्यवस्था की रणनीति में कारगर सुधार लाने की आवश्यकता है।

इस कार्य के लिए हमारे संस्थानों का दायित्व और भी बढ़ जाता है। उन्होंने बदलते मौसम के स्वरूप की स्थिति में उत्पादन को कैसे स्थिर किया जाए, इसके लिए कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। अच्छे बीज एवं बिमारियों के प्रबंधन के साथ-साथ प्रौद्योगिकी पर खोज करना भी विश्वविद्यालयों का दायित्व है। विश्वविद्यालय इस दिशा में अच्छा कार्य भी कर रहे हैं, ताकि अन्न की बर्बादी को कम से कम स्तर पर लाया जा सके।

डा. कौशल ने कहा कि हमारा देश इस समय 308 मीट्रिक टन खाद्यान का उत्पादन कर रहा है, जोकि हमारी आवश्यकता के लिए समुचित है। उन्होंने बताया कि अब तक 35 खाद्य पुरुस्कार कृषि वैज्ञानिकों को मिले हैं, जिनमें अधिकतर भारतीय हैं। इस अवसर पर छात्र-छात्रों के अतिरिक्त विभिन्न पंचायतों के स्वयं सहायता समूहों ने भी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। इस दौरान राधिका स्वयं सहायता समूह को प्रथम पुरुस्कार एवं ईएलपी छात्रों को भी उनके उत्पादों के लिए पुरुस्कृत किया गया।