ब्यास नदी में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन

एमसी शर्मा। नादौन

नादौन के साथ लगती ब्यास नदी में धड़ल्ले से हो रहे खनन को लेकर लोगों में रोष है। शहर में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब के नीचे व्यास नदी में धड़ल्ले से खनन माफिया हर रोज दिन-रात रेत-बजरा पत्थरों के ट्रैक्टर भर रहे हैं, जिसे लेकर गुरुद्वारा के कर्मचारी भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन विभाग ने अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की है। अगर एसडीएम ऑफिस की और से ब्यास नदी के किनारे बने खूबसूरत रास्ते से होकर गुजरें, तो साथ बहती ब्यास नदी में खनन करते हुए ट्रैक्टर अकसर दिखे जाते हैं। लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब हम सब कुदरती स्रोतों को देखना भी भूल जाएंगे।

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गुरुद्वारा के हेड ग्रंथि सिमर जीत सिंह ने बताया कि इस बारे कई बार प्रशासन को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो एक दिन ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब भवन को भी बहुत बड़ी क्षति पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि इस खनन की वजह से दिन के समय में तो शोर रहता ही है, लेकिन रात को भी ट्रैक्टरों की आवाज आने के कारण ठीक ढंग से वह लोग सो भी नहीं पाते। वहीं, नादौन अस्पताल से लेकर बस अड्डा पर बने गुरुद्वारा साहब के गेट तक रात के समय में ट्रैक्टरों की आवाज के कारण अस्पताल सहित इस मार्ग के किनारों पर बने घरों के लोग भी परेशान हैं।

इस बारे जिला माइनिंग अधिकारी हरविंद्र जमवाल से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारी समय-समय पर नादौन में अवैध खनन करने वालों के खिलाफ छापामारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में माइनिंग करते हुए कई चालान भी काटे गए हैं और उन पर कानूनी कार्रवाई भी की गई है और आगे भी जारी रहेगी।