40 से अधिक किसान संगठनों की अहम बैठक शुरू, कई बड़े एलान संभव

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

कृषि कानूनों के वापस लेने के ऐलान के बाद किसान संगठनों की यह पहली बार बड़ी बैठक हो रही है। बैठक में राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित सभी जत्थेबंदियों के नेता भाग लेंगे। इस बैठक से यह भी तय हो जाएगा कि प्रदर्शनकारी अब अपने आंदोलन को किन शर्तों पर और कितने दिन जारी रखेंगे। किसान आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की सिंघु बार्डर (कुंडली बार्डर) थोड़ी देर में बड़ी बैठक शुरू हो गई है।

मीटिंग में 42 किसान संगठन भाग ले रहे हैं। बैठक में आगामी रणनीति का खुलासा किया जाएगा। कृषि कानून वापस लेने की प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा पर चर्चा के अलावा कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी। सभी की सहमति बनने पर ही रणनीति तय होगी।

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बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन को लेकर कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इस मीटिंग पर केंद्र से साथ-साथ हजारों लोगों की नजर बनी हुई है। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार सिंघु बार्डर (कुंडली बार्डर) को बैठक की थी। हालांकि अंतिम फैसले रविवार यानी आज होने जा रही बैठक पर छोड़ दिए गए थे।

कृषि सुधार कानून वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के बावजूद किसान संगठन प्रदर्शन जारी रखेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा की नौ सदस्यीय समन्वय समिति ने शनिवार को बैठक कर निर्णय लिया कि आंदोलन के लिए पूर्व में जो कार्यक्रम निर्धारित किए गए थे, वे जारी रहेंगे। 22 नवंबर को लखनऊ में महापंचायत, 26 नवंबर को आंदोलन के एक साल पूरे होने पर सभी मोर्चो पर भीड़ बढ़ाई जाएगी और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने पर 29 नवंबर को संसद कूच किया जाएगा।

आगामी रणनीति और भविष्य पर फैसला करने के लिए मोर्चा के नेता आज फिर बैठक कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य अभिमन्यु कोहाड़ ने कुंडली बार्डर पर हुई बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि 29 नवंबर को टीकरी और गाजीपुर बार्डर से 500 किसानों का जत्था संसद कूच करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि फिलहाल यह देखने वाली बात होगी कि सरकार इसे कैसे लागू करती है।

मोर्चा ने गिनाईं मांगें
एमएसपी के लिए वैधानिक गारंटी हो
विद्युत संशोधन विधेयक को पूरी तरह वापस ले सरकार
दिल्ली में वायु गुणवत्ता विनियमन पर कानून से संबंधित दंडात्मक धाराओं से किसानों को बाहर रखें
आंदोलन में जान गंवाने वालों के परिवारों को मुआवजा और रोजगार के अवसर मिले
आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे बिना शर्त वापस लिए जाएं
26 को मोर्चो पर बढ़ाएंगे भीड़, 29 को टीकरी,गाजीपुर से संसद कूच