33 वर्षीय महिला मात्र 25 दिनों में दो बार निकली कोरोना पॉजिटिव

सुंदरनगर का मामला, आइसोलेशन में रहने के बाद बिना कोविड टेस्टिंग के ठीक होने के दावों की भी खुली पोल

उमेश भारद्वाज। मंडी

अगर आप एक बार कोरोना से ठीक हो गए हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपके शरीर में इम्यूनिटी पूरी तरह विकसित हो गई है। यह सोचना सही नहीं है। इसी बात पर एक हैरान कर देने वाला मामला हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में सामने आया है। जिसने स्वास्थ्य विभाग को भी सकते में डाल दिया है। मामले में मंडी जिला के विकास खंड सुंदरनगर के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य खंड धारंडा के गांव नायली की एक 33 वर्षीय महिला होम आईसोलेशन खत्म होने के मात्र 10 दिनों बाद दोबारा कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। इससे साफ प्रतीत होता है कि संक्रमित महिला पहली बार कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद पूर्ण रूप से ठीक नहीं हुई थी और इसके चलते फिर से संक्रमण की गिरफ्त में आ गई है।

  • होम आइसोलेशन खत्म होने के मात्र 10 दिनों बाद फिर महिला पाई गई संक्रमित

  • एक मई को आरटीपीएस टेस्ट में आई थी पॉजिटिव, दोबारा लक्षण आने पर 25 मई को दोबारा रेपिड एंटिजन टेस्ट में निकली संक्रमित

वहीं हैरान कर देने वाले इस मामले ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग के संक्रमित आने के 10 या 17 दिनों तक आईसोलेशन में रहने के बाद बिना कोविड टेस्टिंग के ठीक होने के दावों की भी पोल खोल दी है।

क्या है मामला

मंडी जिला से वैश्विक महामारी के फैलाव को लेकर सामने आए इस हैरान कर देने वाले मामले में स्वास्थ्य खंड रोहांडा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धारंडा के नायली गांव की एक 33 वर्षीय महिला पहली बार कोरोना संक्रमित आने के 25 और होम आईसोलेशन खत्म होने के बाद मात्र 10 दिनों में दोबारा कोरोना से संक्रमित पाई गई हैं। संक्रमित महिला ने 29 अप्रैल को बुखार और सिरदर्द के लक्षण आने पर कोविड-19 को लेकर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया था जिसकी रिपोर्ट एक मई को पॉजिटिव आई थी। वहीं सेंपलिंग में महिला के परिवार में अन्य 4 लोग भी कोरोना से ग्रसित पाए गए थे। होम आईसोलेशन में समय बिताने के बाद महिला को दोबारा सिरदर्द के लक्षण आने पर क्षेत्र की एक अन्य पीएचसी चौक में ईलाज के दौरान कोविड-19 को लेकर रेपिड एंटिजन टेस्ट करवाया गया तो महिला उसमें दोबारा संक्रमित पाई गई। इससे महिला का होम आईसोलेशन खत्म होने के कुछ ही दिनों दोबारा संक्रमित आने से स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। इस समय संक्रमित महिला दोबारा होम आईसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं।

बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि दूसरी बार कोरोना की चपेट में आने वाले पीडि़तों में संक्रमण अधिक गंभीर हो सकता है। ऐसे रोगियों को पहले की तुलना में ज्यादा गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।