जंगलों में आगजनी की घटनाएं हुई कम

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

गर्मियों के मौसम में इस बार हिमाचल प्रदेश में जंगलों में आगजनी की घटनाएं काफी कम हुई है । जिला बिलासपुर की बात करें तो जिला बिलासपुर में जहां पर पिछले वर्ष में 66 केस आगजनी की आए थे । वहीं इस बार अभी तक मात्र 15 केस आगजनी के सामने आए हैं ।

हालांकि आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए आधुनिक तरीको को का भी इस्तेमाल किया गया है । इस बार महामारी के इस दौर में लेबर कम होने के कारण झाड़ियों को काटने के लिए जहां पर हेज कटर का प्रयोग किया गया । वहीं पर पतियों को हटाने के लिए ब्लोअर का भी प्रयोग किया गया है

। जिला बिलासपुर के डीएफओ सरोज भाई पटेल ने बताया कि इस बार गर्मियों का सीजन वनों में आगजनी घटनाएं काफी कम हुई है । हालांकि पिछले बरस जहां पर 314 हेक्टर भूमि पर आगजनी की घटनाएं हुई थी । वहीं पर इस बार मात्र 70 हेक्टेयर भूमि आगजनी की चपेट में आई है

। उन्होंने कहा कि इस बार कोई भी बड़ी आगजनी की घटना देखने को नहीं मिली । डीएफओ सरोज भाई पटेल ने बताया कि विभाग का यही प्रयास रहता है कि आग लगे ही ना और सबसे बड़ी जिम्मेदारी फायर लाइन जो जंगलों में होती है । गर्मियों से पहले पहले सर्दियों में फायर लाइन को मेंटेन करके रखना जरूरी होता है और सुखी पत्तियां झाड़ियां और ज्वलनशील पदार्थ उन्हें हटाने की प्रक्रिया शुरू होती है

। उन्होंने कहा कि इस बार किसानों को स्थानीय लोगों को भी जागरूक करने के लिए भी विभाग ने काफी प्रयास की है और इन सभी का नतीजा है कि इस वर्ष आगजनी घटनाओं में काफी कमी आई है । उन्होंने कहा कि वह आशा करते हैं जंगलों कि रक्षा हो जीव जंतुओं दोनों की रक्षा हो यही प्रयास जनता भी करेगी और विभाग भी जारी रखेगा ।