डिजिटल लेन-देन बढ़ाएं, वित्तीय साक्षरता पर दें बल : एडीएम

जिला स्तरीय समिति की बैठक में बैंक और विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश

एसके शर्मा। हमीरपुर

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा ने जिला में कार्यरत सभी बैंकों से आम लोगों की वित्तीय साक्षरता एवं जागरुकता पर विशेष बल देने तथा उन्हें आम दिनचर्या में डिजिटल माध्यमों से लेन-देन के लिए प्रेरित करने की अपील की है। जिला में डिजिटल भुगतान की प्रगति की समीक्षा के लिए बुधवार को हमीर भवन में आयोजित जिला स्तरीय बैंकिंग समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जितेंद्र सांजटा ने कहा कि सभी सरकारी विभाग भी पूर्ण रूप से डिजिटल माध्यमों को अपनाएं।

एडीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमीरपुर को डिजिटल जिला के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। इसके तहत जिला में सभी सरकारी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और संस्थानों में पूर्ण रूप से डिजिटल भुगतान व्यवस्था के अलावा व्यापारिक गतिविधियों तथा लोगों की आम दिनचर्या में भी अधिक से अधिक डिजिटल लेन-देन को अपनाने पर बल दिया जा रहा है। जितेंद्र सांजटा ने कहा कि डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए सभी बैंक अपने ग्राहकों को जागरुक एवं प्रेरित करें तथा उन्हें भुगतान के लिए विभिन्न डिजिटल माध्यम उपलब्ध करवाएं।

उन्होंने कहा कि प्रतिदिन बैंक शाखा में आने वाले ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए। इससे ग्राहकों के साथ-साथ बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को भी काफी सुविधा होगी।एडीएम ने कहा कि हमीरपुर जिला में बैंकिंग का मजबूत आधार है और यहां नेटवर्क कनेक्टिवीटी भी बहुत अच्छी है। डिजिटल भुगतान के लिए ये परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं जोकि जिला को पूर्ण रूप से डिजिटल बनाने में काफी सहायक सिद्ध होंगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना और सरकार की अन्य योजनाओं की चर्चा करते हुए एडीएम ने कहा कि इनके माध्यम से सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है। इसलिए इन योजनाओं से संबंधित ऋण के मामलों को मंजूरी देने में बैंक अधिकारी अनावश्यक विलंब न करें। इससे पहले
पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल प्रमुख विनिश चावला ने एडीएम का स्वागत किया और जिला में बैंकिंग सेवाओं की जानकारी दी। बैठक के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के जिला अग्रणी अधिकारी अवनेश्वर
सिंह ने कहा कि अधिकांश उपभोक्ता नकद लेन-देन को ही तरजीह देते हैं, लेकिन जागरुक एवं पे्ररित करने के साथ-साथ उन्हें उपयुक्त डिजिटल माध्यम उपलब्ध करवाया जाए, तो वे डिजिटल भुगतान को अवश्य अपनाएंगे।

अवनेश्वर सिंह ने कहा कि छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-फहड़ी वालों को भी पीओएस मशीनों, यूपीआई, भीमएप या अन्य माध्यमों से लेन-देन के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि डिजिटल भुगतान अपनाने पर रेहड़ी-फहड़ी वाले छोटे व्यापारियों को कई रियायतें भी दी जा रही हैं। इंटरनेट बैंकिंग भी एक बहुत ही अच्छा और सुरक्षित माध्यम है। इसलिए सभी बैंक अधिकारी अपनी शाखा में आने वाले आम लोगों को समूहों में इंटरनेट बैंकिंग के प्रति जागरुक करें।

बैठक में बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला लीड बैंक मैनेजर जीसी भट्टी ने विभिन्न मुद्दों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में नाबार्ड के उप मंडलीय प्रबंधक सतपाल चौधरी, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक जीएल नेगी, अन्य विभागों तथा विभिन्न बैंकों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

ऋण योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाएं बैंक अधिकारी
जिला में विभिन्न बैंकों के ऋण-जमा अनुपात की समीक्षा के लिए गठित उपसमिति की बैठक भी बुधवार को हमीर भवन में हुई। इस बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के जिला अग्रणी अधिकारी अवनेश्वर सिंह ने सभी बैंकों के अधिकारियों को ऋण-जमा अनुपात में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी बैंकों की विभिन्न ऋण योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करें तथा ऋण आवंटन के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। उन्होंने कहा कि जब आम लोग बैंकिंग योजनाओं से जुड़ेंगे, तो इससे व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेंगी तथा स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे।