समग्र विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को करना होगा मजबूत: कैप्टन संजय

घमरूर पंचायत के दाे महिला मंडलों में विद्युत सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पराशर ने दी आर्थिक सहायता

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय ने कहा है कि प्रदेश व देश के समग्र विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है। गांवों में शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर देना होगा। अगर दूरदराज के गांवों में बुनियादी ढांचे का यथार्थ के धरातल पर निर्माण होता है तो निस्संदेह यह विकास की रीढ़ माना जाएगा। मंगलवार को जसवां-परागपुर क्षेत्र के घमरूर पंचायत में गांववासियों द्वारा उनके सम्मान में आयोजित किए गए अभिनंदन समारोह में पराशर ने कहा कि आज भी महात्मा गांधी के उज्जवल ग्रामीण भारत का सपना संघर्ष करता हुआ प्रतीत हो रहा है। गांवों में रोजगारए शिक्षाए परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर बहुत कुछ होना बाकि है। विडम्बना यह भी है कि कोरोनकाल के बाद परिस्थितयां पहले से कहीं ज्यादा विषम हाे गई हैं और इसका असर गांववासियों की आर्थिकी पर भी पड़ा है।

कहा कि गांवों के सशक्तकीरण की दिशा में वह कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है और कोरोना शुरू होने के बाद वह अब तक चार सौ से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान कर चुके हैं। रोजगार के लिए कमजाेर कड़ी माने जाने वाले कंप्यूटर व अंग्रेजी में विद्यार्थी व युवा महारत हासिल करें, इसके लिए क्षेत्र में पांच कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर खाेले जा चुके हैं और कई अन्य गांवोें में भी ऐसे केन्द्र खोलने की योजना पर विचार चल रहा है। संजय ने कहा कि आर्थिक रूप से अक्षम या अन्य कारणों से जो सुदूर गांवों के बुजुर्ग अपनी बीमारियों से समझौता कर लेते थे और उन्हें देखने व सुनने में दिक्कत पेश आती थी, उनके लिए घर-द्वार पर मेडीकल कैंप लगाकर इन शारीरिक दिक्कतों से निजात दिलाने का प्रयास किया गया। जसवां.परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करना उनका संकल्प है और इसे लेकर क्षेत्र के अन्य गांवों में भी स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। संजय ने कहा कि किसानों व पशु पालकों की आय बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है और क्षेत्र के पशु पालकों को नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीच्यूट, करनाल का भ्रमण करवाया गया, जहां किसानों ने संस्थान के प्रधान वैज्ञानिकों से दूध से आय दुगनी करने की नवीनतम जानकारियां हासिल कीं।

कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के 75 वर्ष की अायु से ऊपर के बुजुर्गों को प्रधानमंत्री जन औषिधि केन्द्र, परागपुर से निशुल्क दवाईयों का वितरण किया जा रहा है और क्षेत्र के आसपास की पंचायतों में दवाईयों की फ्री होम डिलीवरी भी की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को उनकी टीम गांवों में भी सैनेटरी पैड्स का वितरण कर रही है। क्षेत्र के महिला मंडलाें में महिलाएं सामाजिक कार्य कर सकें, इसके लिए भी उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रयास किए हैं। दड़ब, चौली और कूहनाद के महिला मंडलों में बिजली की फिटिंग व मीटर लगवाए। पराशर ने घमरूर पंचायत के वार्ड नम्बर चार और पांच के दो महिला मंडलाें में भी बिजली की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए बीस हजार रूपए दिए। कार्यक्रम में पूर्व पंचायत उपप्रधान दुनी चंद राणा ने कहा कि संजय पराशर वास्तव में जिस ध्येय व विजन के साथ जसवां.परागपुर के लिए कार्य कर रहे हैं, उसकी सही मायनों में क्षेत्र की जनता को आवश्यकता थी और है। पराशर अपने संसाधनों का उपयोग गरीब जनता की सेवा के लिए कर रहे हैं और नर सेवा नारायण सेवा के सूत्र वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं।