पॉज़िटिव मरीजों को घर भेजने के मामले की जांच शुरू

एसके शर्मा। हमीरपुर

हमीरपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों को कथित लापरवाही के चलते घर पहुंचाने के मामले में प्रदेश सरकार ने जांच बिठा दी है। जानकारी मिली है कि सरकार ने इस सारे एपिसोड की निष्पक्ष जांच के लिए आईएएस अधिकारी व डिविजनल कमिश्नर मंडी विकास लाबरू को जांच अधिकारी लगाया है। बता दें कि वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर हमीरपुर में बुधवार आधी रात को हुए प्रकरण को सरकार बड़ी गंभीरता से ले रही है।

ऐसा माना जा रहा है कि जिस भी एंड से लापरवाही या गलती हुई है, उस पर गाज गिर सकती है। विदित रहे कि डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने भी यह बात मानी है कि चूक तो हुई है, लेकिन कहां से हुई है, इस बारे में अभी फिलहाल कोई भी कुछ कहने से बच रहा है। शायद यही वजह है कि सरकार ने मामले को निष्पक्ष जांचने के लिए डिविजनल कमिश्नर मंडी को जिम्मेदारी सौंपी है।

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मामला जिला के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले उन 43 लोगों का है, जिनकी कोरोना रिपोर्ट को नेगेटिव बताकर 27 मई को पहले उन्हें घर भेज दिया गया था, लेकिन जब रात को इनमें से 15 लोगों के पॉज़िटिव होने का खुलासा हुआ, तो स्वास्थ्य महकमे सहित जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। मेडिकल टीमों ने आधी रात को संक्रमित लोगों के घर पहुंचकर उन्हें दोबारा एंबुलेंस में डालकर कोविड केयर सेंटर में पहुंचाया।

शहर में इस प्रकरण को लेकर जहां लोगों में दहशत का माहौल बना रहा, वहीं हर कोई हैरान था कि एक ऐसी बीमारी जिसने आज पूरी दुनिया की नींद हराम कर रखी है, उसे लेकर संबंधित विभाग इतने लापरवाह कैसे हो सकते हैं। अब स्वास्थ्य विभाग फिर संबंधित लोगों और उनके कांटैक्ट में आए प्राइमरी और सेकेंडरी लोगों के सैंपल एकत्रित करने में जुटा हुआ है। वहीं इस घटनाक्रम के बाद कहीं न कहीं कम्युनिटी सप्रेड का खतरा भी बढ़ गया है।