उज्जवल हिमाचल। डेस्क
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो विरोधीभासी बातों से अमेरिका में सियासत गरम हो गई है। राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को लेकर बार-बार ऊंगली उठाने वाले जब ट्रंप ने पहली बार लिखा कि वो (जो बाइडन) चुनाव जीत गए हैं। तब उनके इस बयान को मीडिया ने बड़े अचरज से देखा गया। उनके इस बयान के बाद अटकलों का बाजार गरम हो गया। उनके इस बयान के कई निहितार्थ निकाले गए। ट्रंप के बयान को इस संकेत के तौर पर देखा गया। उन्होंने अपनी पराजय स्वीकार कर लिया है।
उनके इस बयान के बाद लगा कि ट्रंप इस बात को मान गए कि उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। उनके इस बयान से यह कयास लगाया जाने लगा कि चुनाव में धांधली की बात से ट्रंप पीछे हट गए हैं। इस बयान के बाद राष्ट्रपित ट्रंप ने एक अन्य ट्वीट में अपने बयान का संशोधन किया। उन्होंने लिखा कि वो (जो बाइडन) चुनाव जीते हैं। क्योंकि चुनाव में हेराफेरी हुई है।
उन्होंने बाइडन का नाम लिए बगैर कहा कि वो सिर्फ फेक न्यूज मीडिया की नजरों में जीते हैं। मैं चुनावी नतीजों को स्वीकार नहीं करूंगा। इस चुनाव में जबरदस्त हेराफेरी हुई है। इस लड़ाई को हमें आगे लेकर जाना है। ट्रंप के इस बयान के बाद अरकंसास में रिपब्लिकन गवर्नन हंचिसन ने कहा कि ट्रंप का ट्वीट देखकर संतोष हुआ। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपित का यह ट्वीट पढ़कर अच्छा लगा कि बाइडन चुनाव जीत गए हैं।
उधर, चुनाव के दो सप्ताह बाद भी ट्रंप ने बाइडन को आमंत्रित नहीं किया, बल्कि व्हाइट हाउस के अधिकारियों से जोर देकर कहा कि वे दूसरे कार्यकाल की तैयारी कर रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी ट्रंप की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक लोक सेवक के रूप में जब आपका समय समाप्त हो जाता है, तब देश के हितों को सर्वोपरि रखना चाहिए न कि अपने स्वयं के हितों को या अपने अहं को। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को मरी सलाह है कि यदि आप चाहते हैं कि आपको इस रूप में याद किया जाए कि आपके लिए देश हित सर्वोपरि है, तो यह निर्णय लेने का अच्छा समय है।