जोगेंद्रनगरः चिकित्सकों की पैन डाउन स्ट्राइक जारी, मरीज हो रहे परेशान

जतिन लटावा। जोगिंद्र नगर

चिकित्सकों की प्रदेश व्यापी हड़ताल जोगेंद्रनगर में मरीजों के लिए परेशानियों भरी रही। यहां उपचार के लिए पहुंचे बजुर्ग मरीज भी डाॅक्टरों की तलाश में भटकते रहे। आलम यह था कि गंभीर मरीजों को भी उपचार के लिए परेशान होना पड़ा। जबकि आपात सेवाओं में चिकित्सक की नियुक्ति कर रखी थी। वीरवार को चिकित्सकों की पैन डाउन स्ट्राइक की जानकारी अधिकांश मरीजों को अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने के बाद लगी। करीब दो घंटे चिकित्सक की राह देख रहे मरीज और तीमारदार अस्पताल की उन प्रमुख ओपीडियों के बाहर हाथों में पर्ची लेकर राह देखते रहे लेकिन चिकित्सक हड़ताल पर अड़िग रहे।

इस दौरान अस्पताल के हड्डी रोग, गायनी और सामान्य ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लग गई। सुबह साढ़े नौ बजे अस्पताल के पर्ची कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़ उमड़ना शुरू हुई जो दोपहर तक बढ़ती रही। अपनी मांगों को लेकर अस्पताल के चिकित्सक विजेंद्र, रिसभ, देवेंद्र, बंदना शर्मा, अंकित ने कहा कि कोविड की विकट परिस्थितियों में भी अस्पताल के चिकित्सक संक्रमित मरीजों की सेवाओं में कभी पीछे नहीं रहे बावजूद उसके भी उनकी मांगों को सरकार और स्वास्थ्य विभाग अनदेखा कर रही है। प्रदेश भर में अनुदान पर सेवाएं दे रहे चिकित्सकों को 60 प्रतिशत वेतन न्यायसंगत नहीं है।

नए वेतनमान की विसंगतियों से भी चिकित्सक प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने टूटे फूटे फर्नीचर पर सेवाएं दे रहे चिकित्सकों और अस्पताल के आधारभूत ढांचे पर भी सुधार लाने की जोरदार मांग की साथ ही बताया कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह अपने धरने प्रदर्शन को और अक्रामक रूप देगें। वीरवार को चिकित्सकों की पैन डाउन स्ट्राइक में गुरूद्वारा निवासी रमा देवी 75 पेट दर्द, शीला देवी 71 निवासी छाणंग हाई बीपी, दुर्गा देवी गुम्मा खांसी, सुनील कुमार मतकेहड़ को भी अस्पताल में उपचार हासिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ रोशन लाल कोंडल ने कहा कि अस्पताल में आपात सेवाओं में गंभीर मरीजों को उपचार दिलाया गया।