विशाल शर्मा ने कहा कि वह यहां इस मुकाम पर अपने माता पिता की वजह से पहुंचे हैं। उनकी सफलता का श्रेय स्कूल प्रिंसिपल और सभी टीचरों को जाता है।विशाल ने कहा कि वह आगे चलकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहता है तथा इंजीनियर बनना उसका सपना है।
प्रिंसिपल विजय कुमार का कहना है कि एसएमसी कमेटी और स्कूल प्रबंधन ने मिलकर बेहतर कार्य किया है। समस्त स्टाफ ने मेहनत की है जिस वजह से बेहतर परीक्षा परिणाम आया है उन्होंने विशाल शर्मा को बधाई दी है।
आपको बता दें कि बोर्ड की मेरिट में सरकारी स्कूलों के बच्चे गिने-चुने ही है। अधिकतर बच्चे निजी स्कूलों के हैं जिन्होंने बोर्ड मेरिट में स्थान हासिल किया है लेकिन हमीरपुर जिला में कुछ एक सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने सराहनीय कार्य करते हुए मेरिट में अपना स्थान हासिल किया है।