चीन के इस राज्य में फिर बढ़ा काेराेना का संक्रमण, लगा लॉकडाउन

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

मेनलैंड चाइना में कोरोना संक्रमण के मामले 96571 हैं। इरनहोट शहर इनर मंगोलिया के एक आटोनामस क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां की आबादी करीब 76 हजार है। सोमवार को यहां के लोग गैर जरूरी चीजों के लिए घर से बाहर नहीं निकल सके। चीन में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। सितंबर के बाद से सोमवार (18 अक्तूबर) को सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। इसको देखते हुए देश की उत्‍तरी सीमा से लगते प्रांतों में लॉकडाउन लगाया गया है। नेशनल हेल्‍थ कमीशन (एनएचसी) के मुताबिक इनर मंगोलिया कोरोना के नौ मामले, हुनान और शांग्‍जी प्रांत में भी दो-दो मामले सामने आए हैं।

विदेशों से आने वाले करीब 25 लोग भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा सोमवार को 19 सिप्‍टोमेटिक मरीज भी सामने आए हैं। सरकार के मुताबिक फिलहाल कोरोना की वजह से किसी की मौत नहीं हुइ है। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक संक्रमण से 4636 मौत हो चुकी हैं। सड़कों पर वाहनों के निकलने पर रोक थी। न कोई वाहन शहर के अंदर आ सकता था और न ही बाहर जा सकते थे। शहर के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के मुताबिक कुछ कारों को आफिशियल क्‍लीयरेंस के बाद जाने की इजाजत जरूर दी गई थी।

शहर में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी इंडोर पब्लिक वैन्‍यू को बंद कर दिया गया था, जिसमें सिनेमा, इंटरनेट कैफे, जिम शामिल थे। इसके अलावा विभिन्‍न टूरिस्‍ट साइट्स को भी इस दौरान बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं इसकी वजह से धार्मिक गतिविधियों पर भी रोक लगाई गई है। शांग्‍जी प्रांत के शियान शहर में सोमवार को कोरोना संक्रमण के पांच मामले सामने आए। शहर में बाहर से आने वाले लोगों को को इस बात का सबूत दिखाना होगा कि वो कोरोना संक्रमित नहीं हैं। ये रिपोर्ट 48 घंटों से अधिक की नहीं होनी चाहिए, तभी यहां पर आने वाले पर्यटक किसी पर्यटन स्‍थल पर जा सकेंगे और होटल में रुक सकेंगे।

इसी तरह से हुनान प्रांत के शहर चांग्‍सा और निंगशिया आटोनोमस क्षेत्र के तहत आने वाले यिनशुआन शहर में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। प्रशासन की तरफ से लोगों को हिदायत दी गई है कि वो बेवजह शहर छोड़ कर बाहर न जाएं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक स्‍थलों जैसे बार और सिनेमा हाल को बंद कर दिया गया है। हालांकि प्रशासन की तरफ से इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि कितने लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं या कितने मामले यहां पर सामने आए हैं। न ही ये बताया गया है कि वो किस वैरिएंट की चपेट में आए हैं।