कंडवाल में मनाया गया कारगिल विजय समारोह, शहीदों को किया गया याद

विनय महाजन। नूरपुर

नूरपुर के कंडवाल में कारगिल विजय समारोह मनाया गया, जिसका आयोजन भाजपा नेता रणवीर सिंह निक्का ने किया। इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल आर.एस. संव्याल, कर्नल एस. एस. पठानिया, कर्नल वाई. एस. पठानिया, कर्नल सतीश पठानिया, कैप्टन दवेंद्र जमवाल, कैप्टन वकील सिंह, प्रेम सिंह, विनोद पठानिया सहित पूर्व सैनिक तथा 6 डोगरा रेजिमेंट के जवान मौजूद रहे।

कई पूर्व सैनिकों ने कारगिल युध्द के दौरान यादें ताजा की तो कई पूर्व सैनिकों ने फ़ौज में तैनात सैनिकों को महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। पूर्व सैनिकों ने कहा कि दुश्मन के साथ लड़ाई में जो सैनिक होश और जोश से काम लेता है वो विजय पाता है। उन्होंने कहा कि लड़ाई के दौरान घबराना और लड़खड़ाना नहीं चाहिए। युद्ध के समय  मुद्दा यह नहीं होना चाहिए कि मैंने देश के लिए जान देनी है जज्बा यह होना चाहिए कि मैंने देश के लिए दुश्मन को मारना है। अगर होश खो दोगे तो बेवजह जान गवा दोगे। एक पूर्व सैनिक ने बताया कि  कारगिल युद्ध जीतने में तीनों सेनाओं (जल, थल और वायु सेना) का महत्वपूर्ण योगदान था।

वहीं, कुछ सैनिकों ने कहा कि सैनिकों के लिए घोषणाएं तो बहुत होती है लेकिन सिर्फ घोषणाएं ही रह जाती है। उन्होंने कहा कि जब भी सैनिक परिवार अपने काम के लिए सरकार के सिविल विभागों में जाएं तो अपने काम करवाने के लिए अपने अधिकार का प्रयोग करें। हम सब सरकार को टैक्स देते है उनसे कोई फेवर नहीं चाहिए। कारगिल विजय समारोह को सम्बोधित करते हुए रणवीर सिंह निक्का ने कहा कि हमारा गौरव सैनिक है, हमारा रक्षक सैनिक है। निक्का ने कहा कि पिछले 10-12 सालों से कारगिल में शहीद हुए परिवारों के सम्मान में यह समारोह मना रहे है, और हमेशा मनाते रहेंगे।

निक्का ने कहा कि हमें गर्व है कि कारगिल युद्ध के शहीद विक्रम बत्रा जिस जिला के रहने वाले है, उसी कांगड़ा जिला से हम सब सम्बन्ध रखते है। निक्का ने कहा कि जब-जब देश विरोधी ताकतों ने देश पर नजर उठाकर देखा है तब-तब हमारे देश के सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया है। निक्का ने कहा कि कारगिल में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को सम्मानित करना उनके लिए एक गर्व की बात है।

इस अवसर पर रणवीर सिंह निक्का ने नूरपुर क्षेत्र के रिट गांव से शहीद लखवीर सिंह, नागनी के शहीद अशोक कुमार, हटली के शहीद जोगिंद्र सिंह, हटली से शहीद जगदेव सिंह, कोटपलाड़ी से शहीद जगजीत सिंह, सदवा से प्रभात सिंह, सुलियाली से बलदेव सिंह पठानिया, सुलियाली से शहीद शाम लाल, ठेहड़ से शहीद जसवीर सिंह, शहीद राज कुमार, थोड़ा से शहीद संतोष सिंह, कंडवाल से शहीद राजेन्द्र सिंह, पंजाहड़ा से शहीद तरसेम लाल, खजियां से  शहीद पदम सिंह के परिवारों को सम्मानित किया।