बस अड्डा से बाहर खोखा मार्केट जर्जर हालत, विभाग बेखबर

एमसी शर्मा। नादौन

नादौन बस अड्डा से बाहर जाने के लिए बने द्वार के साथ सटी खोखा मार्केट जर्जर हालत में है। यहां बने खोखों को गत 30 वर्षों में छत नसीब नहीं हो सकी है। इस समस्या को लेकर खोखा धारकों में भारी रोष है। इन खोखा धारकों को अब नई नगर पंचायत से काफी उम्मीदें हैं। खोखा मार्केट यूनियन के अध्यक्ष सुभाष चंद सहित अजय कुमार, शम्मी, अशोक, राकेश, उत्तमचंद, सुनील, सुरेश, पुरुषोत्तम व बलदेव आदि ने बताया कि वह लोग नगर पंचायत को हर माह किराया देते हैं, परंतु इसके बावजूद नगर पंचायत ने कभी भी इन खोखों की मरम्मत तक नहीं करवाई, जिसके कारण थोड़ी सी भी बरसात होने पर खोखों के अंदर पानी रिसता है।

पानी रिसने से अंदर रखा सामान खराब हो जाता है। उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में तो उन्हें अपने खोखे बंद रखने पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि हर माह उन्हें खोखे की छत पर डाला गया। तिरपाल बदलना पड़ता है। वहीं, थोड़ा सा भी तूफान आने पर छत पर डाली गई टीने उड़ जाती हैं। सुभाष चंद्र ने बताया कि इन समस्याओं बारे वह कई बार नगर पंचायत को अवगत करवा चुके हैं। वहीं, खोखो को पक्का करवाने की भी वह कई बार मांग कर चुके हैं।

उन्होंने बताया सारे खोखा धारक नगर पंचायत के कहने पर कई वर्ष पहले शपथ पत्र व अन्य दस्तावेज जमा करवा चुके हैं। परंतु आज तक इस समस्या का समाधान नहीं किया गया है। उन्होंने नगर पंचायत से मांग की है कि उनकी इस समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करवाया जाए तथा शीघ्र इनको पक्का करवाया जाए। इस संबंध में एचआरटीसी उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने बताया कि नगर पंचायत के गठन के बाद इस समस्या का समाधान करवाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।