किसान मोर्चा ने एसडीएम के माध्यम से मांगाें काे लेकर सीएम काे भेजा ज्ञापन

विनय महाजन। नूरपुर

किसान संयुक्त किसान मोर्चा ने साेमवार फतेहपुर के उपमंडल आधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पर एक ज्ञापन फतेहपुर कार्यालय में सौंपा ज्ञापन देने का नेतृत्व महासचिव स्वराज इंडिया हिमाचल प्रदेश व जय किसान आंदोलन व संयुक्त किसान मोर्चा हिमाचल प्रदेश के सदस्य डॉ. अशोक सोमल ने किया। जिला कांगड़ा के नीचले क्षेत्रों मे भारत बंद का असर कुछ भी नहीं हुआ, लेकिन फतेहपुर में डॉ. सोमल को ज्ञापन देकर पार्टी की प्रतिष्ठा बचानी पड़ी, उधर नूरपुर, जवाली, इंदाैरा व फतेहपुर के किसानों ने भारत बंद में कोई रूचि नहीं दिखाई।

इस अवसर पर डॉ. सोमल ने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से आमजन विशेषकर किसान मजदूर छोटा दुकानदार व्यापारी व कारोबारी बहुत ही त्रस्त है। सरकार तानाशाही रवैया रखे हुए हैं और आमजन की आवाज को सुन नहीं रही हैं। आज किसान 10 महीनों से आंदोलन कर रहा है, पर सरकार उनकी मांगों को मानना तो दूर पर बार्ता से भी भाग रही है, लोकतंत्र में एक लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार के लिए यह ठीक नहीं है। किसानों की मांग है कि 3 किसान विरोधी कानून जो गलत तरीके से किसानों पर थोपे हैं, जो एक तरफ किसानों को बर्बाद करेंगे।

वहीं, आमजन की जरूरतों को भी महंगा करेंगे और आमजन के हितों के विरुद्ध इसे सरकार तुरंत प्रभाव से निरस्त करें और किसानों के सभी कृषि उत्पादों अनाज, तिलहन, दलहन, सब्जियों, फलों, दूध, मछली व अंडा इत्यादि की उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानूनी अधिकार दिया जाए व कोई भी उत्पाद तह समर्थन मूल्य के नीचे न बिके। कॉर्पोरेट न खरीददार से कोई अन्याय करें और न ही उपभोक्ता को महंगे दामों पर बेचे।

सरकार कॉर्पोरेट के हितों की पैरवी न करें और आमजन किसान मजदूर गरीब के साथ खड़ी हो उनके हितों की रक्षा करे। अतः हम सभी सरकार की कॉर्पोरेट हितैषी व किसान मजदूर आमजन विरोधी नीतियों के विरोध स्वरूप आज एक दिन के भारत बंद का समर्थन करते हुए हिमाचल में भी स्वेच्छा से अपने-अपने कारोबार बंद रखें और सरकार को एक संदेश दें कि सरकार की आमजन किसान मजदूर गरीब विरोधी नीतियों का बहिष्कार करते हैं, उनके साथ उनके कार्याकता मौजूद रहे।