लेडी सिंघम जिससे कांपता था पूरा माफिया, वह अफसरों की सेक्स ह्ररासमेंट के आगे जिंदगी हारी

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

वह बुलेट बाइक से चलती थी, माफिया उससे घबराता था। वह कई बार माफियाओं को खदेड़ चुकी थी। अपने अक्रामक स्वभाव और स्टाइल के चलते वह लेडी सिंघम के नाम से मशहूर थी, लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि इस लेडी सिंघम को अपनी ही जान लेनी पड़ी। जब महाराष्ट्र की इस लेडी सिंघम की सुसाइड की खबर आई तो सबके दिमाग में सबसे पहला सवाल यही आया कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। इसके बाद जो परतें खुलीं वो न सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि उससे महाराष्ट्र सरकार तक हिल गई है। अब इस मामले में एक शीर्ष वन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले एक अधिकारी को अरेस्ट किया गया था। मामला महाराष्ट्र के अमरावती का है यहां दीपाली चव्हाण मोहिते महिला वन अधिकारी थीं। वह पूरे इलाके में लेडी सिंघम के नाम से मशहूर थीं, लेकिन कुछ दिन पहले दीपाली ने अमरावती में अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी।

लेडी सिंघम ने सुसाइड से पहले एक नोट छोड़ा, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे थे। 28 साल की रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर ने अपने सीनियर अफसरों पर यौन उत्पीडऩ के गंभीर आरोप लगाए थे। दीपाली के सुसाइड नोट के अनुसार उनका दो अफसरों ने उत्पीडऩ किया। ये उत्पीडऩ ऐसा था कि वह मानसिक रूप से बुरी तरह टूट गईं। उनका यौन उत्पीडऩ किया गया साथ ही आर्थिक नुकसान दिया गया। इस बीच वह प्रेग्नेंट थीं और उनका गर्भपात तक हो गया। इन सब से परेशान होकर उन्होंने सुसाइड कर ली। लेडी सिंघम की आत्महत्या के बाद राजनीति गरमा गई और सरकार हिल गई। बवाल के बाद महाराष्ट्र सरकार की ही महिला एवं बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन किया और सभी आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। 

हरकत में आई सरकार ने उन दोनों अफसरों पर कार्रवाई की है, जिनके नाम सुसाइड नोट में लिखे थे। अमरावती पुलिस ने आईएफओएस अधिकारी बी. विनोद शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अब पूर्व अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मेलघाट टाइगर रिजर्व एमटीआर के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक एमएस रेड्डी को निलंबित कर दिया गया है। दीपाली चव्हाण मोहिते के मुखर स्वभाव की वजह से लोग उन्हें लेडी सिंघम के नाम से बुलाते थे। वह बुलेट मोटरसाइकिल चलाती थीं और कई बार पेड़ों की कटाई कर रहे तस्करों को भी उन्होंने खदेड़ा था। कुछ ही दिनों में वे इलाके में बेहद लोकप्रिय हो गईं थीं और माना जा रहा है कि इसी वजह से वे अपने उच्चाधिकारियों की नजर में खटकने लगी थी।